बूथ सम्मेलन में कार्यकर्ताओं पर फूटा योगी का गुस्सा, कहा- भाड़े पर आएं हैं या कार्यकर्ता ही हैं…
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बूथ इकाई सबसे महत्वपूर्ण इकाई है. पीएम मोदीजी कहते भी हैं कि बूथ जीता, तो चुनाव जीता. केंद्र बिंदु हमारा बूथ होना चाहिए. हर कार्यकर्ता जब बूथ जीतने के लिए कार्य करेगा तो समझिए हम चुनाव जीत गए.
एक बार फिर कार्यकर्ताओं को योगी के गुस्से वाले रूप का सामना करना पड़ा. शहर में आयोजित बूथ सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यकर्ताओं की खूब क्लास ली. 115 बूथ में 15 बूथों के अध्यक्षों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने आज शाम तक बूथ को सक्रिय करने का निर्देश दिया.
इसके साथ ही घर-घर जाकर जनसंपर्क करने के आह्वान पर कार्यकर्ताओं से हामी भरवाने पर आवाज कम आई, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाराज हो गए. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि आवाज नहीं निकलती है क्या. भाड़े पर आएं हैं या कार्यकर्ता ही हैं. जोर से बोलिए.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विधानसभा स्तर का तीसरा बूथ सम्मेलन है. बूथ की उपस्थिति लगभग 15 बूथ ऐसे हैं, जहां के बूथ अध्यक्ष और पदाधिकारी यहां पर उपस्थित नहीं हैं. चुनाव तक अब उनके साथ बैठना नहीं हो पाएगा. पदाधिकारी बूथों को आज शाम तक सक्रिय कर दें. बूथ इकाई सबसे महत्वपूर्ण इकाई है. पीएम मोदीजी कहते भी हैं कि बूथ जीता, तो चुनाव जीता. केंद्र बिंदु हमारा बूथ होना चाहिए. हर कार्यकर्ता जब बूथ जीतने के लिए कार्य करेगा तो समझिए हम चुनाव जीत गए.
योगी ने कहा कि बैलेट पेपर के नमूने को लेकर जनसंपर्क करें. मतदान पर्ची लेकर घर-घर संपर्क करना है. नगर विधानसभा में 70 फीसदी मतदान करा लेंगे, तो 1.5 लाख वोट का अंतर पहुंच जाएगा. सभी विधानसभा में 70 प्रतिशत हुआ तो 2 लाख से अधिक का अंतर होगा. अंतिम चरण में देश और बीजेपी के साथ विरोधी भी अपनी ताकत झोंक देंगे. बीजेपी की केन्द्र और प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाएं.
महानगर में हुए कार्यों को लेकर लोगों के बीच जाएं. Aiims को लेकर बात होती थी, कि क्या गोरखपुर में बन पाएगा? अब ओपीडी भी शुरू हो गया है. फर्टिलाइजर कारखाना का काम 70 फीसदी पूरा हो चुका है. नौजवानों को रोजगार मिलेगा. बीआरडी मेडिकल कालेज में दिल्ली और अन्य महानगरों की तरह इलाज की सुविधा मिली है. सोशल मीडिया का इस्तेमाल बूथ कार्यकर्ता कर सकते हैं.
कोई फ्लाइट पकड़नी होती थी, तो नंदानगर क्रासिंग बन्द होने से फ्लाइट छूट जाती थी. लेकिन, अब अंडरपास बन गया है. एक बजे भी घर से निकले तो आराम से दो बजे की फ्लाइट मिल जाएगी. 3 करोड़ 55 लाख परिवारों को अत्योदय कार्ड बांटे हैं. इनमें गोरखपुर में भी 35 से 40 हजार परिवार ऐसे मिल जाएंगे. उनसे मिलें. बहुत से ऐसे भी परिवार हैं जिन्हें आजादी के बाद पहली बार बिजली मिली हैं. अंत्योदय कार्ड बांटें हैं. कोई भूखे नहीं मर सकता है. आवास दिया गया है. ऐसे लोगों से मिलें.
बजरंगबली को लेकर चुनाव आयोग ने प्रतिबंधित किया, तो मैंने अयोध्या के हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए प्रोग्राम बना लिया. वहां पर एक दलित से भोज का निमंत्रण मिला. पता किया तो पता चला कि उसका प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान मिला है. राजगीर मिस्त्री होने के बावजूद वो सपने में नहीं सोचता था कि उसे ये सुविधा मिलेगी. चार कमरे खुद बना लिए. दो लाख स्वीकृति हो गया था. मैं वहां गया और भोजन किया. वो परिवार बहुत खुश है.