अपने विवादित बयानों से पार्टी को ले डूबे सैम पित्रोदा-मणिशंकर अय्यर सहित कांग्रेस के ये बड़े नेता
एक बार नहीं बल्कि कई बार ऐसा देखा गया है कि जब-जब चुनाव नज़दीक आया है, कांग्रेस के बड़े नेता कोई ऐसा बयान दे देते हैं, जिससे कांग्रेस की किरकरी हो जाती है. लोकसभा चुनावों के बीच अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने 1984 सिख दंगों पर विवादित बयान दिया. इसके बाद बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई. विवाद बढ़ा तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को खुद सामने आकर सैम पित्रोदा से माफी मांगने के लिए कहना पड़ा. ये पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस खुद अपने नेताओं के बयानों से कटघरे में खड़ी हुई हो, इससे पहले भी चुनावी मौसम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर, शशि थरूर और सैम पित्रोदा जैसे बड़े नेताओं ने अपने बयानों से पार्टी की खूब किरकिरी कराई है.
मणिशंकर ने पीएम मोदी को कहा– ‘चाय वाला’
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को चाय बेचने वाला कहा था. दिल्ली में कांग्रेस के सम्मेलन में मणिशंकर अय्यर ने कहा था कि 21वीं सदी में नरेंद्र मोदी इस देश के प्रधानमंत्री कभी नहीं बन पाएंगे. लेकिन अगर वो यहां आकर चाय बेचना चाहते हैं, तो हम उन्हें इसके लिए जगह दिला सकते हैं. मणिशंकर अय्यर के इस बयान के बाद बीजेपी को कांग्रेस को घेरने के लिए नया हथियार मिल गया. इस चुनाव में बीजेपी ने मणिशंकर अय्यर के बयान को खूब भुनाया और ‘चाय’ को लेकर ‘चाय पे चर्चा’ जैसे तमाम कार्यक्रमों का आयोजन किया.
मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को कहा ‘नीच’
गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी पर ऐसी टिप्पणी की, जिससे बखेड़ा खड़ा हो गया. उस दौरान पीएम मोदी ने दिल्ली में आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर का उद्घाटन किया था और बिना नाम लिए पीएम मोदी ने नेहरु-गांधी परिवार पर निशाना साधा था. इसके बाद गुस्साए मणिशंकर ने पीएम मोदी को ‘नीच’ कह दिया.
मणिशंकर ने कहा था, ”अंबेडकर जी की जो सबसे बड़ी ख्वाहिश थी उसे साकार करने में एक व्यक्ति का सबसे बड़ा योगदान था और उनका नाम था जवाहर लाल नेहरू. अब इस परिवार के बारे में गंदी बातें कहें और वो भी जबकि अंबेडकर जी की याद में एक बहुत बड़ी इमारत का उद्घाटन हो रहा है. मुझे लगता है ‘ये आदमी बहुत नीच किस्म का आदमी’ है.
शशि थरूर ने मोदी को कहा था- ‘शिवलिंग पर बैठे बिच्छू’
पिछले साल दिसंबर में पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों से ठीक एक महीने पहले कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने कहा था, ‘’ आरएसएस के शख्स ने एक पत्रकार से कहा है कि मोदी शिवलिंग पर बैठे हुए बिच्छू की तरह हैं. इन्हें आप न तो हाथ से हटा सकते हैं और न ही चप्पल से मार सकते हैं. शशि थरूर के इस बयान के बाद उनकी और कांग्रेस की काफी किरकिरी हुई थी. बीजेपी ने थरूर के इस बयान को हिंदुत्व से जोड़कर चुनावों में जोरशोर से उठाया था.
शत्रुघ्न सिन्हा ने जिन्ना को लेकर दिया बयान
हाल ही में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि भारती की आजादी और विकास में मोहम्मद अली जिन्ना का भी योगदान रहा है. मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के सौसर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सिन्हा ने कांग्रेस पार्टी की तारीफ करते हुए जिन्ना की भी तारीफ कर दी थी.ॊ
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था, ”सरदार पटेल से लेकर नेहरू तक, महात्मा गांधी से लेकर जिन्ना तक, इंदिरा गांधी से लेकर राहुल गांधी तक, भारत की आजादी और विकास में सभी का योगदान है. इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी में आया.” हालांकि जब इस बयान पर विवाद हुआ तो उन्होंने कहा कि उनकी जुबान फिसल गई थी.
संजय निरुपम ने मोदी को बताया- औरंगजेब
हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने पीएम मोदी की तुलना आधुनिक औरंगजेब से की और कहा कि उनसे बीजेपी के लोग भी त्रस्त हो चुके हैं. वाराणसी में मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे कांग्रेस नेता अजय राय के समर्थन में नुक्कड़ सभा करने पहुंचे संजय निरुपम ने कहा था, ”वाराणसी के लोगों ने जिस व्यक्ति को चुना वे औरंगजेब के आधुनिक अवतार हैं. क्योंकि यहां पर कॉरिडोर के नाम पर सैकड़ों मंदिरों को तुड़वाया गया और विश्वानाथ मंदिर में दर्शन के नाम पर 550 रूपए का फीस लगाया गया.” संजय निरुपम के इस बयान के बाद कांग्रेस को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था.
‘84 दंगों में जो हुआ सो हुआ’– सैम पित्रोदा
लोकसभा चुनाव 2019 की रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर बयान दे रहे हैं. तीन दिनों पहले पीएम मोदी के बयानों से गुस्साए कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने ऐसा बयान दे दिया, जिससे पार्टी की फजीहत हो गई. सैम पित्रोदा ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए 1984 के दंगो पर बड़ा बयान दे दिया.
सैम पित्रोदा ने कहा कि 1984 दंगों में जो हुआ सो हुआ, लेकिन पांच सालों में मोदी सरकार ने क्या किया? सैम पित्रोदा के इस बयान पर बीजेपी ने उन्हें घेर लिया है और उनसे 1984 दंगों पर बयान के लिए माफी मांगने को कहा. इस बयान पर विवाद बढ़ा तो कल राहुल गांधी ने एक पोस्ट लिखकर सैम पित्रोदा से माफी मांगने को कहा.
राहुल ने कहा कि सैम पित्रोदा ने जो कहा है वो पार्टी लाइन से पूरी तरह अलग है और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. 1984 एक ऐसी त्रासदी थी जिसने बहुत पीड़ा दी. न्याय होना चाहिए.