जानिए कैसे, 6 अरब डॉलर का कर्ज मिलने के बाद भी गर्त में ही जा रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान की मुद्रा रुपया डॉलर के मुकाबले अपने सबसे निम्न स्तर पर आ गया है. पाकिस्तान सरकार की गत सप्ताह ही अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) के साथ छह अरब डॉलर के राहत पैकेज पर सहमति बन गई थी. आईएमएफ डील होने के बाद से पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था चरमराने लगी है. गुरुवार सुबह पाकिस्तानी रुपया डॉलर के मुकाबले 147 रुपये प्रति डॉलर पर खुला. इससे पहले पाकिस्तानी रुपया इसी हफ्ते 141 प्रति डॉलर पर था.
पाकिस्तानी रुपया 3.62 प्रतिशत या 5.13 रुपए की गिरावट के बाद 147 रुपए के निम्न स्तर पर पहुंच गया है. इससे एक दिन पहले ही पीएम इमरान खान ने करेंसी के अवमूल्यन को रोकने के लिए एक समिति गठित की थी. बीते हफ्ते आईएमएफ के साथ शुरुआती अनुबंध में पाकिस्तान ने बाजार आधारित विनिमय दर का पालन करने की अनुमति दी थी. पाकिस्तानी रुपए की इस गिरावट को IMF की बाजार आधारित विनिमय दर की शर्त का ही परिणाम माना जा रहा है. वर्तमान में पाकिस्तान का केंद्रीय बैंक विनिमय दरों को नियंत्रित करता है.
कराची आधारित एक डीलर ने पाकिस्तान के अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने जानकारी देते हुए बताया कि, पाकिस्तान की मुद्रा में इस गिरावट के कारण करेंसी डीलर्स एक डॉलर्स 145 रुपए में खरीदकर 148 रुपए में बेचने को विवश हैं. उन्होंने सवाल किया कि डॉलर को बैंक-बाजार से कम कीमतों पर कैसे बेच सकते हैं? विश्लेषकों का कहना है कि रुपए की कीमत में गिरावट की आशंका उन्हें पहले से ही थी, क्योंकि सरकार ने IMF डील के तहत बैंक-बाजार व्यवस्था को प्रदेश के नियंत्रण से मुक्त करने पर सहमति दे दी.