भ्रष्टाचार के मुकदमे से बचने में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी विफल
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी भ्रष्टाचार और प्रभाव के गलत इस्तेमाल के आरोपों में मुकदमे से बचने की अंतिम कोशिश में भी विफल रहे हैं और अब आगामी महीनों में उनके अदालत में पेश होने की संभावना है. यह जानकारी मामले से करीबी ताल्लुक रखने वाले सूत्रों ने बुधवार को दी. कानून संबंधी सवालों पर व्यवस्था देने वाली एक अदालत ने मंगलवार को व्यवस्था दी कि सरकोजी, उनके वकील थिएरी हेरजोग और पूर्व न्यायाधीश गिलबर्ट एजिबेर्ट पर मुकदमा औचित्यपूर्ण है.
इस संबंध में एक सूत्र और बचाव पक्ष के वकीलों में से एक ने कहा कि इसका मतलब है कि मुकदमा अब आगे बढ़ेगा. सरकोजी के वकील टिप्पणी के लिए तत्काल उपलब्ध नहीं हो पाए. प्रभाव के गलत इस्तेमाल से संबंधित मामला हेरजोग और एजिबेर्ट के बीच उस बातचीत पर केंद्रित है जो 2007 में राष्ट्रपति के प्रचार अभियान के दौरान लोरियल की प्रमुख अंशधारक लिलिआने बेटनकोर्ट से सरकोजी के अवैध धन स्वीकार करने के आरोपों की जांच कर रहे जांचकर्ताओं ने टैप कर ली थी.
वर्ष 2014 में सरकोजी ऐसे पहले पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति बन गए थे जिन्हें जांच के आरंभिक चरण में पुलिस हिरासत में लिया गया. वह ऐसे पहले पूर्व राष्ट्रपति नहीं हैं जिन पर मुकदमा चला हो. उनसे पहले उनके पूर्ववर्ती जैक शिराक को 2011 में दो साल की निलंबित सजा सुनाई गई थी. यह सजा उन्हें पेरिस का मेयर रहने के दौरान उनके द्वारा सार्वजनिक कोष के गबन और दुरुपयोग के मामले में सुनाई गई थी.