मजबूरी ऐसी कि मां अपने दो मासूम बच्चों को बेचने निकल पड़ी, जानिए फिर…

बीमारी के कारण पति ने साथ छोड़ दिया।गरीबी और बीमारी से जूझ रही उस मां ने अपने ही दो मासूम बच्चों को बेचने का फैसला कर लिया। इस दिल दहला देने वाली खबर की जानकारी मिलते ही नालंदा के डीएम योगेन्द्र सिंह ने मामले का संज्ञान लिया और उसकी मुफ्त चिकित्सा कराने का निर्देश सदर अस्पताल के अधीक्षक को दिया है।

महिला पहले कल्याणबीघा रेफरल अस्पताल में भर्ती थी। जहां से उसे सदर अस्पताल रेफर किया गया है। डीएम के निर्देश के बाद महिला को सोमवार को पावापुरी मेडिकल कॉलेज शिफ्ट कर दिया गया है।

एक पति की हो गई मौत, दूसरे पति ने छोड़ा साथ

महिला का मायका पटना जिला है। तीन साल पहले इसकी शादी सुमन्त कुमार से हुई थी, जिसकी कुछ ही दिनों बाद मौत हो गई। उससे एक बेटी हुई। फिर इसने कल्याणबीघा के बाशिन्दे संजय मांझी से मंदिर में शादी कर ली। इस शादी के बाद उसे एक पुत्र हुआ।

इस साल की शुरुआत में ही सोनम को टीबी की बीमारी का पता चला। इसके बाद उसने पति को बीमारी की जानकारी दी। पति को जानकारी देने के बाद उसने ना तो उसका इलाज कराया और ना ही उसे अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जाता है कि उसका पति इलाज कराने के बजाय उसे छोड़ दिया है और दूसरी शादी करने की जुगत में है और उसे छोड़कर फरार हो गया है।

बीमारी से परेशान महिला बच्चों को बेचना चाहती थी

सोनम को दो साल की बेटी और छह माह का एक बेटा है। टीबी की बीमारी से पीड़ित महिला के पास इलाज के पैसे नहीं होने के साथ-साथ मासूमों को पालने की जिम्मेदारी आ पड़ी। मासूम बच्चों को पालने के लिए जब उसे कोई रास्ता नजर नहीं आया, तो उसने अपने बच्चों को ही बेचने का फैसला कर लिया। इस संबंध में महिला ने कहा है कि जब कोई मदद कहीं से नहीं मिली, तो मैंने बच्चों को किसी और को सौंपने का फैसला कर लिया, क्योंकि मुझे खुद नहीं पता कि मेरी जिंदगी कब मेरा साथ छोड़ देगी।

उसने वार्ड ब्वॉय से चिंता जाहिर की कि उसके बाद उसकी दोनों संतान का क्या होगा। या तो कोई उसका इलाज करा दे या बच्चों के भरण-पोषण का जिम्मा ले ले। इसी बीच यह बात पत्रकारों के ज़रिए डीएम योगेन्द्र सिंह तक पहुंची। उन्होंने महिला का मुफ्त में समुचित इलाज़ कराने का निर्देश अस्पताल प्रभारी को दिया।

सोमवार की शाम महिला को बच्चों समेत पावापुरी मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। जहां महिला व उसके दोनों बच्चों की जांच व इलाज़ की व्यवस्था कराई गई है।

बाद में महिला के संबंध में सूचना मिलने पर प्रशासन ने पहल की। उसे बच्चों समेत अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है। अस्पताल के मैनेजर सुरजीत कुमार ने बताया, ‘जैसे ही मुझे इस बारे में पता चला, मैंने उन्हें (महिला को) अस्पताल में भर्ती करा लिया है। उनके बच्चे कुपोषित हैं। उन्हें भी अस्पताल में भर्ती किया गया है। सभी का इलाज किया जा रहा है।’

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