विश्व की सबसे सेफ सिटी में भारत के 2 बड़े शहर, बांग्लादेश से भी पिछड़ा पाकिस्तान

दुनिया के सुरक्षित शहरों के सूचकांक में मुंबई को 45वें सुरक्षित शहर का दर्जा मिला है, जबकि देश की राजधानी दिल्ली 52वें स्थान पर है। इस सूचकांक में पांच महाद्वीपों के 60 शहर शामिल हैं।इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट ने बृहस्पतिवार को बताया कि दुनिया के 10 सबसे सुरक्षित शहरों में छह शहर एशिया-प्रशांत क्षेत्र (एपैक) के हैं, जिनमें टोक्यो शीर्ष पर है। वर्ष 2019 के सुरक्षित शहरों के सूचकांक (एससीआइ) में टोक्यो के साथ ही एपैक शहरों का प्रभुत्व है।

इकोनॉमिक्स इंटेलिजेंट यूनिट (Economist Intelligence Unit) की ताजा रिपोर्ट में विश्व के सबसे सुरक्षित शहरों में भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई को 45वां तो देश की राजधानी दिल्ली को 52वां स्थान दिया गया है। सुरक्षित शहरों की सूची में इन दोनों शहरों के अलावा भारत के किसी और शहर को जगह नहीं दी गई है। वहीं, रैंकिंग में पाकिस्तान के कराची शहर को 57 वां स्थान हासिल हुआ है तो बांग्लादेश की राजधानी ढाका 56वें नंबर पर है। सर्वाधिक 10 सुरक्षित शहरों में सियोल भी शामिल है। कोपेनहेगन के साथ सियोल आठवें स्थान पर है।

यह रैंकिंग अर्थशास्त्री खुफिया इकाई (Economist Intelligence Unit) की सेफ सिटीज इंडेक्स (Safe Cities Index) द्वारा जारी सूची में दी गई है। बृहस्पतिवार को जारी इस सूची के मुताबिक, विश्व के 10 शहरों में 6 एशिया-पैसिफिक के हैं, जिनमें जापान की राजधानी टोक्यो को सबसे सुरक्षित शहर का दर्जा हासिल है। वहीं ओसाका को तीसरा, एम्सटर्डम को चौथा, सिडनी को पांचवां और टोरंटो को छठा स्थान मिला है,जबकि ब्रिटेन की राजधानी लंदन को 14वां दर्ज हासिल हुआ है। अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन को 7वां स्थान मिला है।

वहीं, इस सूची में कुआलालंपुर को 35वां, इस्तांबुल को 36वां और रूस की राजधानी मॉस्को को 37वां स्थान मिला है। वहीं, भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश की राजधानी ढाका को 56वां और पाकिस्तान के शहर कराची को 57वां स्थान प्राप्त हुआ है।

भारत के कई शहरों के लिए झटका

जहां सुरक्षित शहरों में भारत के सिर्फ मुंबई और दिल्ली को स्थान मिला है, तो इसे झटके के तौर पर भी देखा जा रहा है, क्योंकि देश के कई शहरों की जीवनशैली और सुख-सुविधाओं में पिछले कुछ सालों में इजाफा देखने को मिला है। खासतौर से सुरक्षित शहरों की इस सूची में चंडीगढ़, बेंगलुरु जैसे शहरों को कोई स्थान नहीं मिलना एक झटका माना जा रहा है। दरअसल, सेफ सिटीज इंडेक्स में मुंबई और दिल्ली के अलावा और किसी शहर को स्थान ही नहीं दिया गया है।

इन पैमानों पर हुआ शहरों को चयन

सेफ सिटीज इंडेक्स के मुताबिक, सुरक्षित शहरों की सूची जारी करते समय स्वास्थ्य, बुनियादी सुविधाएं-ढांचा, सुरक्षा समेत कुल 57 पैमानों पर शहरों को परखा गया, फिर इन्हें रैंकिंग दी गई। फिर इस आधार पर विश्व के 60 शहरों को इस सूची में शुमार किया गया।

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