महशहूर वकील राम जेठमलानी का निधन, नीतीश-तेजस्वी ने जताया शोक, लालू ने कही ये बात
देश के मशहूर वकील व पूर्व कानून मंत्री राम जेठमलानी (Ram Jethmalani) का 95 साल की उम्र में लंबी बीमारी के बाद रविवार की सुबह निधन हो गया। इन दिनों वे सक्रिय राजनीति से दूर थे। वे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से राज्यसभा सांसद रहे।
बिहार की बात करें तो वे चारा घोटाला (Fodder Scam) में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Pradad Yadav) के वकील रहे। उनके निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) व बिहार विधान परिषद व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष क्रमश: राबड़ी देवी (Rabri Devi) व तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) सहित अनेक नेताओं ने शोक जताया है।
याद रखा जाएगा जेठमलानी कर योगदान: नीतीश
जेठमलानी के निधन पर अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे दु.खद बताया। कहा कि कानून के क्षेत्र में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।
Veteran lawyer Ram Jethmalani passes away at his residence in Delhi. He was 95 years old. (file pic) pic.twitter.com/Utai8qxxh4
— ANI (@ANI) September 8, 2019
राबड़ी देवी व तेजस्वी यादव ने कही ये बात
जेठमलानी के निधन पर बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष व अारजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने शोक प्रकट किया। उन्होंने कहा कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे एवं परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करे। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव ने भी शोक प्रकट किया।
लालू बोले: उनका निधन देश व कानून के क्षेत्र को बड़ी क्षति
जेठमलानी के निधन पर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि वे खुद में एक संस्था थे। उनके निधन से देश व कानून के क्षेत्र को बड़ी क्षति हुई है।
Saddened by the demise of Shri #RamJethmalani , former Law Minister, @RJDforIndia MP and a stalwart lawyer. He was an institution himself. His demise is a great loss to nation & legal fraternity. Sincere tributes to him & condolences to family. May his soul rest in peace!
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 8, 2019
वर्तमान पाकिस्तान में जन्म, विभाजन के समय आए थे भारत
जेठमलानी का जन्म 14 सितंबर, 1923 को वर्तमान पाकिस्तान में हुआ था। विभाजन के समय वे भारत में आ गए थे। 1959 में नानावती केस के साथ जेठमलानी की पहचान बन गई। धीरे-धीरे वे देश में आपराधिक मामलों के दिग्गज वकील बनते चले गए।
सात दशक के अपने लंबे कॅरियर में लड़े कई बड़े मुकदमे
सात दशक के अपने लंबे कॅरियर में उन्होंने राजीव गांधी और इंदिरा गांधी की हत्या के आरोपितों से लेकर संसद हमले के मामले में अफजल गुरु और सोहराबुद्दीन एनकाउंटर में अमित शाह के मुकदमे लड़े। बिहार की बात करें तो जेठमलानी ने लालू प्रसाद के लिए चारा घोटाला में पैरवी की।
वाजपेयी सरकार में कानून मंत्री रहे, आरजेडी से राज्यसभा सांसद भी बने
जेठमलानी केंद्र की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कानून मंत्री रहे थे। वे बार काउंसिल के चेयमैन भी रहे। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से उनकी करीबी रही। लालू ने उन्हें राज्यसभा भी भेजा। लेकिन इन दिनों जेठमलानी स्वास्थ्य कारणों से सक्रिय राजनीति से दूर थे।