चिली के पैसिफिक ऑफ कोस्ट पर रविवार को भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए

चिली के पैसिफिक ऑफ कोस्ट पर रविवार को भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। जानकारी के अनुसार भूकंप की तीव्रता 6.8 थी। यूनाइटिड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने भूकंप के कारण ज्यादा नुकसान नहीं होने की आशंका जताई है।

जानकारी अनुसार यह भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह 10:57 बजे आया। इसका केंद्र राजधानी सैंटियागो से लगभग 225 मील दक्षिण में था। इसकी गहराई सतह से लगभग 10.3 मील नीचे थी। यूएसजीएस के अनुसार भूकंप प्रभावित इलाके में जानमाल की क्षति की संभावना कम है। दरअसल चिली ‘रिंग ऑफ फायर’ क्षेत्र में आता है। जहां प्रशांत महासागर और दक्षिणी अमेरिका प्लेट के बीच आपस में टकराती हैं। इससे इस इलाके में भूकंप आते रहते हैं।

 2010 में हुआ था भारी नुकसान

बता दें कि तीन महीने पहले चिली के कोक्विंबो में  6.5 तीव्रता का भूकंप आया था। हालांकि, इससे जान माल के नुकसान होने की खबर नहीं थी। इससे पहले साल 2010 में भी इस तटीय इलाके में 8.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके बाद सुनामी से लगभग 300 लोगों की मौत हो गई थी। चिली के इतिहास में इस भूकंप को 1960 के बाद सबसे तेज भूकंप था। इसके कारण राजधानी सेंटियागो में भारी नुकसान हुआ था।

क्या है  ‘रिंग ऑफ फायर’

बता दें कि ‘रिंग ऑफ फायर’ प्रशांत महासागर की घाटी का एक मुख्य हिस्सा है, जो करीब 40,000 किलोमीटर का है। यहां अक्सर ज्वालामुखी फटते रहते हैं और उनकी वजह से भूकंप आते रहते हैं। भूकंप की वजह से ही समुद्र की लहरें अक्सर सुनामी का रूप ले लेती हैं। इस क्षेत्र में अधिक भूकंप आने की वजह टेक्टोनिक्स प्लेट का आपस में टकराना है। इससे सबसे ज्यादा नुकसान इंडोनेशिया को होता है। रिंग ऑफ फायर पर इंडोनेशिया के अलावा जापान, फिलीपीन्स, चिली, मैक्सिको, अलास्का और न्यूजीलैंड जैसे देश आते हैं।

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