इमरान खान की बढ़ीं मुश्किलें, सरकार और विपक्ष के बीच बैठक बेनतीजा खत्म
पाकिस्तान में 31 अक्टूबर को पीएम इमरान खान के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रस्तावित ‘आजादी मार्च’ को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच बातचीत बेनतीजा खत्म हो गई। सरकार और विपक्ष के नेताओं के बीच इस बैठक में तीखी नोंक-झोंक हुई। पाकिस्तान में विपक्ष प्रधानमंत्री इमरान खान के इस्तीफे की मांग पर अड़ा हुआ है और इसी को लेकर यह बैठक हुई। लेकिन विपक्ष के नेताओं से बातचीत में आजादी मार्च को रद करने पर चर्चा हुई, लेकिन विपक्ष इसपर अड़ा हुआ है। इस तरह अब इमरान खान के इस्तीफे की अटकलें तेज होती जा रही हैं।
सरकार की ओर से पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज खट्टक ने इस बैठक में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पहले चरण की वार्ता लगभग दो घंटे चली। खट्टक के मुताबिक यह मीटिंग सौहार्दपूर्ण वातावरण में आयोजित की गई।उन्होंने कहा कि बहुत चर्चा के बाद भी कोई महत्वपूर्ण निष्कर्ष आज के बारे में नहीं निकल सका लेकिन यह बातचीत जारी रहेगी।विपक्षी खेमे से JUI-F के नेता दुर्रानी ने कहा कि बातचीत में कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका।
विपक्ष ने बुधवार को इमरान खान की घोषणा के बाद सरकारी टीम के साथ बातचीत करने के लिए सहमति व्यक्त की कि वह मार्च को आगे बढ़ने की अनुमति देगा जब तक कि एक वैध विरोध के लिए अदालतों द्वारा निर्धारित मापदंडों का उल्लंघन नहीं किया गया।
जेयूआई-एफ के प्रमुख मौलाना फज़ल ने जून में घोषणा की थी कि उनकी पार्टी ने सरकार को गिराने के लिए अक्टूबर के महीने में इस्लामाबाद में सरकार विरोधी लंबे मार्च का आफ़ज़ल ने पहले 27 अक्टूबर को लॉन्ग मार्च की तारीख निर्धारित की थी, लेकिन बाद में इसे 31 अक्टूबर तक के लिए टाल दिया।
इस तरह आने वाले वक्त में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें जरूर थोड़ी बढ़ने वाली हैं। इसको लेकर पाकिस्तान में गहमागहमी तेज है।