बिधनू सीएचसी में प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमलरानी वरुण औचक निरीक्षण करने पहुंच गईं…
बिधनू सीएचसी में सोमवार सुबह प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमलरानी वरुण औचक निरीक्षण करने पहुंच गईं। सीएचसी के उपस्थिति रजिस्टर में 9 लोगों का स्टाफ नदारद मिला। मरीजों ने एक्सरे टेक्नीशियन व आयुष्मान कार्ड के नाम पर वसूली की शिकायत की। मंत्री ने पूरे सीएचसी का भ्रमण कर मरीजों से हालचाल लिया।
बिधनू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को कैबिनेट मंत्री का काफिला अचानक पहुंचने से हड़कंप मच गया। मंत्री ने कार से उतरकर चिकित्साधीक्षक के बारे में पूछा। डॉ. आरके गौतम व डॉ. गौरव त्रिपाठी ने चिकित्साधीक्षक के जिलाधिकारी की डेंगू को लेकर हो रही बैठक में जाने की बात कही। इसके बाद कमल रानी ने चिकित्साधीक्षक कक्ष पहुंचकर उपस्थिति रजिस्टर देखा। इसमें चिकित्साधीक्षक डॉ. एसपी यादव समेत एक्सरे टेक्नीशियन रामशंकर पटेल, राकेश कुमार, डॉ नीलेश कुमार, आया छाया देवी, सविंदा कर्मी डॉ. रिचा शुक्ला, स्टाफ ब्वाय भूपेंद्र, एलटी पंकज, डायबिटीज काउंसलर पूजा राठौर अनुपस्थित मिले। मंत्री ने कहा कि यदि चिकित्साधीक्षक बैठक में गए तो उन्हें रजिस्टर में अनुपस्थिति का कारण लिखकर जाना था। मरीजों ने एक्सरे टेक्नीशियन रामशंकर पटेल के आए दिन नदारद होने की शिकायत की, जिसपर वह भड़क गईं और कार्रवाई की बात कही।
मरीजों ने आयुष्मान कार्ड के नाम पर 200 से 500 रुपये वसूलने का आरोप लगाया। उन्होंने आयुष्मान कार्ड बनाने वाले अंकित कुशवाह को हटाने की बात कही। मंत्री ने वार्ड व ओपीडी में पहुंच मरीजों से बात की। पैथोलॉजी पहुंचकर लैब टेक्नीशियन बच्चूलाल से मलेरिया के मरीजों की जानकारी ली। टेक्नीशियन ने बताया कि यहां डेंगू की जांच संभव नहीं है। दवा वितरण कक्ष पहुंचकर मरीजों से बाहर से दवा मंगवाने के बारे में पूछा। कुछ मरीजों ने बताया कि आधे से ज्यादा दवा बाहर से खरीदनी पड़ती है। फार्मासिस्ट बीरेंद्र सचान ने बताया कि इंडेन बनाकर भेज दिया गया है। अभी स्टोर से दवा नहीं मिल पाई। जिसकी वजह से जो दवा सीएचसी में है वह वितरित की जा रही है।
इनका ये है कहना
डेंगू को लेकर विकासभवन में डीएम की बैठक में सुबह निकल गया था। डॉ. नीलेश कुमार की सोमवार को नाइट ड्यूटी है, उन्हें दोपहर दो बजे से ड्यूटी पर रहना है।
-डॉ एसपी यादव, चिकित्साधीक्षक बिधनू