सिरसा ने आगे कहा हमें उम्मीद है कि एक दिन ननकाना साहिब के लिए खोले जाएंगे दरवाजे…
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान नानकाना साहिब के दरवाजे उसी तरह खोलने पर विचार करेगा, जैसे करतारपुर कॉरिडोर को खोला गया। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ‘हम पिछले 72 वर्षों से इसके लिए प्रार्थना कर रहे हैं। हमने न केवल करतारपुर साहिब के लिए, बल्कि नानकाना साहिब और अन्य गुरुद्वारों के लिए भी प्रार्थना की, जो पाकिस्तान में विभाजन के दौरान भारत से अलग हो गए थे। 550 वें प्रकाश पर्व पर, करतारपुर कॉरिडोर खोला गया था। यही बात ननकाना साहिब के लिए भी की जाएगी ताकि और लोग वहां जा सकें।’
सिरसा ने आगे कहा, ‘हमें उम्मीद है कि एक दिन ननकाना साहिब के लिए दरवाजे खोले जाएंगे। हम अनुरोध करते हैं कि प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तान सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। ननकाना साहिब एक महत्वपूर्ण स्थान है क्योंकि यह गुरु नानक देव जी का जन्मस्थान है।’ बता दें कि गुरुद्वारा ननकाना साहिब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है और सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव का जन्म स्थान है।
मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करतारपुर कॉरिडोर के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की और कहा कि देश के लोग जल्द ही नानकाना साहिब का दौरा कर सकेंगे। उन्होंने सिख धर्म के संस्थापक की 550 वीं जयंती पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘आजादी के बाद, लोग किसी अन्य पवित्र स्थानों की तरह करतारपुर साहिब जाने की मांग कर रहे थे। यह सपना अब पूरा हुआ है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आप सभी को कतारपुर कॉरिडोर के लिए बधाई देता हूं। वह दिन दूर नहीं जब हम ननकाना साहिब के लिए भी जा पाएंगे।’
9 नवंबर को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी पीएम इमरान खान द्वारा गुरदासपुर और करतारपुर में करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया गया। करतारपुर साहिब में भारतीय तीर्थयात्रियों को वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा मिली है। यह गलियारा भारत के पंजाब में डेरा बाबा नानक को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नरोवाल जिले के करतारपुर में दरबार साहिब से जोड़ता है।