इजरायली सेना ने कहा- सीरिया के दर्जनों ईरानी ठिकानों को बनाया निशाना….
इजरायल ने सीरिया द्वारा गोलन हाइट्स पर किए गए रॉकेट हमलों के जवाब में उसके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इजरायली सेना ने कहा है कि बुधवार को उसने सीरिया के दर्जनों ईरानी ठिकानों को निशाना बनाया है। सेना ने कहा कि उसके लड़ाकू जेटों ने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से हमला किया है। सेना ने ईरानी ठिकानों के हथियार गोदामों और उसके सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। सेना का दावा है कि इस हमले में कई सीरियाई हवाई रक्षा बैटरियों को भी नष्ट कर दिया है।
इस बीच इजरायल ने दावा किया है उसकी सीमाओं पर ईरान की कट्टरपंथियों की गहरी उपस्थिति है। उसके पास ईरानी घुसपैठ के ठोस सबूत हैं। यह इजरायल की आतंरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। यह घुसपैठ क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी खतरनाक है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में पूरे मध्य पूर्व में ईरानी आक्रमण के बारे में चेतावनी जारी किया है। नेतन्याहू ने यह भी दावा किया है कि ईरान इस जंग में इराक और यमन का उपयोग कर रहा है। तेहरान ने सऊदी सरकार की अगुवाई वाले गठबंधन के साथ युद्ध में शिया हूती विद्रोहियों का समर्थन किया है, ताकि इजरायल के खिलाफ हमले की योजना बनाई जा सके। हमास को ईरान का भी कुछ समर्थन प्राप्त है।
मंगलवार को इजरायली सेना ने दावा किया था कि सीरिया की ओर से दागे गए चार रॉकेटों को उसने हवा में ही मार गिराया है। इजरायल के कब्जे वाली गोलान पहाडि़यों की ओर से दागे गए रॉकेटों को इजरायली सेना ने अपनी वायु रक्षा प्रणाली की मदद से तबाह कर दिया। इजरायली सेना के प्रवक्ता ने बताया कि रॉकेट हमले में इजरायल का कोई भी नागरिक हताहत नहीं हुआ है।
इन हमलों की अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। गोलान पहाडि़यों (हाइट्स) पर कब्जे को लेकर इजरायल और सीरिया के बीच विवाद चल रहा है। 1967 के युद्ध में इजरायल ने सीरिया को हराकर गोलान हाइट्स पर कब्जा कर लिया था। इन पहाडि़यों पर इजरायल के दावे को राष्ट्रपति ट्रंप की अगुवाई वाली अमेरिकी सरकार ने इस साल मान्यता भी दे दी है। हालांकि गोलान के कुछ हिस्से को सीरिया वापस करने की मांग करता रहा है।