मुंबई में बांद्रा वर्सोवा समुद्री लिंक का लंबे इंतजार के बाद निर्माण कार्य हुआ शुरु….
मुंबई में बहुप्रतिक्षित बांद्रा वर्सोवा समुद्री लिंक रोड का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इस परियोजना के निर्माण पर सरकार 7,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इस लिंक रोड की लंबाई 17.17 किमीटर होगी। इससे मुंबई को जाम से राहत मिलेगी और लोगों का तकरीबन एक घंटे का वक्त बचेगा। फिलहाल समुद्री लिंक के महत्वपूर्ण बैंडर कनेक्टर की पाइलिंग (पिलर के नींव) का काम शुरू हो चुका है।
मिली जानकारी के अनुसार बांद्रा कनेक्टर के निर्माण के लिए जमीन पर पाइलिंग का काम चल रहा है, आने वाले समय में कार्य की और तेजी से होगा। अगले महीने लिंक रोड के लिए समुद्र के अंदर पाइलिंग का काम शुरू होगा, जो इस प्रोजेक्ट का सबसे चुनौतीपूर्ण चरण होगा। एमएसआरडीसी मेगा प्रोजेक्ट के लिए कास्टिंग यार्ड स्थापित करने के लिए अस्थायी किराये के आधार पर जमीन का एक बड़ा हिस्सा तलाश रहा है।
कास्टिंग यार्ड
एमएसआरडीसी न्यूनतम 5 वर्षों की अवधि के लिए जुहू या वर्सोवा समुद्री तट से अधिकतम 20 किमी की दूरी पर लगभग 10 हेक्टेयर भूमि की एक जगह चाहता है, जहां यह कास्टिंग यार्ड स्थापित करेगा। कास्टिंग यार्ड एक ऐसी जगह है जहां बीवीएसएल के गर्डर्स बनाए जाएंगे और बाद में लॉन्च गतिविधि के दौरान स्थान पर ले जाया जाएगा।
समय से पहले अगर हो गया काम
अधिकारियों का अनुमान है कि ये प्रोजेक्ट पांच साल के अंदर पूरा हो जाएग। अगर ये समय से पहले पूरा हो जाएगा तो ठेकेदार को बोनस दिया जाएगा। मान लीजिये अगर प्रोजक्ट तय तारीख से छह माह पूर्व ही पूरा हो गया तो ठेकेदार को लगभग 350 करोड़ रुपये बोनस के तौर पर दिये जाएंगे।
समय की होगी बचत
एक बार पूरा होने के बाद, बीवीएसएल यात्रा की दूरी को कम करने और गति में वृद्धि करने में मदद करेगा। यह उम्मीद की जा रही है कि बांद्रा और वर्सोवा के बीच यात्रा करने में अभी जितना समय लगता है इस परियोजना के बाद उस यात्रा में 45 से 60 मिनट का समय बचेगा।
इस पर संचालन शुरू होने के बाद ये पश्चिमी उपनगर से दक्षिण मुंबई यात्रा करने वाले यात्रियों को पश्चिमी एक्सप्रेस राजमार्ग को छोड़ सकते हैं और इस यात्रा के लिए समुद्र के लिंक का इस्तेमाल किया जा सकता है, जो बांद्रा, ओटर क्लब, जुहू लिंक रोड और वर्सोवा लिंक रोड पर कनेक्टर्स का इस्तेमाल करेंगे। वर्तमान में पश्चिमी उपनगरों से दक्षिण मुंबई पहुंचने के लिए पश्चिमी एक्सप्रेस राजमार्ग को ले जाना होगा और बोरीवली, अंधेरी, जुहू, माहिम, आदि जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से गुजरना होगा।
क्या होगी इस लिंक की खास बात
बांद्रा वर्सोवा समुद्री लिंक 9.2-किलोमीटर लम्बा होगा और बैलेंस कैंटिलीवर ब्रिज 0.10 किलोमीटर लंबा होगा। इसके अतिरिक्त वीबीएसएल के बांद्रा, ओटर क्लब, जुहू लिंक रोड और वर्सोवा लिंक रोड पर कनेक्टर्स लगाये जाएंगे, बांद्रा जूहू-कोलीवाडा, नाना-नानी पार्क ओर कार्टर रोड पर टोल प्लाजा होगा। मौजूदा बांद्रा-वरली सागर लिंक के विस्तार के रूप में कार्य करेगा।
इस पर संचालन शुरू होने के बाद ये पश्चिमी उपनगर से दक्षिण मुंबई यात्रा करने वाले यात्रियों को पश्चिमी एक्सप्रेस राजमार्ग को छोड़ सकते हैं और इस यात्रा के लिए समुद्र के लिंक का इस्तेमाल किया जा सकता है, जो बांद्रा, ओटर क्लब, जुहू लिंक रोड और वर्सोवा लिंक रोड पर कनेक्टर्स का इस्तेमाल करेंगे। वर्तमान में पश्चिमी उपनगरों से दक्षिण मुंबई पहुंचने के लिए पश्चिमी एक्सप्रेस राजमार्ग को ले जाना होगा और बोरीवली, अंधेरी, जुहू, माहिम, आदि जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से गुजरना होगा।
दस साल पहले मिली थी मंजूरी
18 अगस्त 2009 को इस परियोजना को मंजूरी मिली थी। जिसके बाद सरकार ने जनवरी 2013 को इसे केंद्र सरकार के पास भेजा गया था और केंद्र से तटीय विनियमन क्षेत्र और पर्यावरण मंजरी मिलने के बाद सरकार ने समुद्र तट पर 900 मीटर की ऊंचाई बनने वाली इस परियोजना को मंजूर दे दी।