शहर में फिर पीने को मिलेगा पराग का दूध, छह साल बाद शुरू होने जा रही आपूर्ति
शहर में कभी पैकेट बंद दूध की शुरुआत पराग डेयरी से हुई थी और घर-घर पराग ब्रांड का दूध पहचाना जाता था। बहुत से बच्चे पराग का दूध पीकर आज बड़े भी हो चुके हैं, अब यही दूध छह साल बाद फिर पीने को मिलेगा। गुरुवार से पराग के पैकेट बाजार में दिखाई देने लगेंगे। पहले चरण में कन्नौज स्थित आधुनिक डेयरी प्लांट से 10 हजार पैकेट दूध शहर में आएगा।
निराला नगर स्थित दुग्ध सहकारी संघ लिमिटेड (पराग डेयरी) में मशीनें खराब होने के कारण वर्ष 2013 में प्लांट बंद कर दिया गया था। विभाग अब पराग दूध को दोबारा बाजार में लाने जा रहा है। कन्नौज में नवनिर्मित आधुनिक डेयरी प्लांट से गाय व भैंस का मिक्स दूध शहर आएगा। इसमें छोटा, बड़ा व मीडियम पैकेट होगा। यहां से कानपुर नगर व देहात में आपूर्ति की जाएगी। पराग डेयरी के अधिकारियों ने बताया कि सेल्स व वितरण के लिए युवाओं की भर्ती की जा रही है। मार्केटिंग टीम व वितरकों के साथ बैठक भी शुरू कर दी गई है।
दूसरे चरण से आएगा गाय दूध
अधिकारियों का कहना है कि मिक्स दूध की बिक्री शुरू होने पर दूसरे चरण में शुद्ध गाय का दूध भी बाजार में लाएंगे। कन्नौज के साथ ही फर्रुखाबाद, औरैया, इटावा, चित्रकूट, हमीरपुर, आगरा, मैनपुरी व उरई में दूध के पैकेट की आपूर्ति की जाएगी। पराग डेयरी के महाप्रबंधक टीटी रेड्डी ने बताया कि गुरुवार से बाजार में पराग दूध आने लगेगा। इसके लिए तैयारियां भी लगभग पूरी कर ली गई हैं। युवाओं को भी रोजगार मिलेगा।
यह हैं खास बातें
- निराला नगर में एक लाख लीटर क्षमता का पुराना प्लांट था।
- अब चार लाख लीटर क्षमता का आधुनिक प्लांट बनाया जा रहा है।
- 2013 में शहर व आसपास जिलों में प्रतिदिन 95 हजार लीटर दूध की सप्लाई होती थी।
- कन्नौज में एक लाख लीटर क्षमता का आधुनिक प्लांट बनाया गया है।