‘पानीपत’ को लेकर राजस्थान में बवाल, पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने की बैन की मांग
अर्जुन कपूर, सजंय दत्त और कृति सनोन स्टारर फ़िल्म ‘पानीपत’ को लेकर विवादों रुक नहीं रहे है। अफ़गानिस्तान के लोगों के बाद अब राजस्थान के लोग भी फिल्म को लेकर नाराज़ हो गए हैं। राजस्थान के कुछ हिस्सों में इसका विरोध हो रहा है। ख़बरों के मुताबिक भरतपुर के जाटों को यह फ़िल्म पसंद नहीं आई है। इस बीच राजस्थान के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बैन की मांग की है।
मंत्री ने ट्वीट कर फ़िल्म को बैन करने की मांग की। उन्होंने लिखा, ‘मेरा मानना है कि हरियाणा, राजस्थान और उत्तर भारत के जाट समुदाय में भारी विरोध को देखते हुए इस फिल्म पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए, अन्यथा कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है।’ इसके अलावा उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, ‘यह अत्यंत दुख की बात है कि ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करते हुए भरतपुर के महाराजा सूरजमल जाट जैसे महान पुरुष का चित्रण ‘पानीपत’ फ़िल्म में बेहद गलत तरीके से किया गया है।’विश्वेंद्र सिंह के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता वसुन्धरा राजे सिंधिया ने भी फ़िल्म की आलोचना की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘स्वाभिमानी,निष्ठावान और हृदय सम्राट महाराजा सूरज मल का फ़िल्म निर्माता द्वारा फ़िल्म ‘पानीपत’ में किया गया ग़लत चित्रण निदंनीय है।’ वहीं, नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी इस फ़िल्म के विवादित अशों की ओर सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर और सेंसर बोर्ड अध्यक्ष प्रसून जोशी का ध्यान दिलाया है।
क्या है मामला
इस फ़िल्म को लेकर विवाद की वजह है भरतपुर के महाराजा सूरजमल के बारे में फ़िल्म में दिखाए गए अंश। फ़िल्म में दिखाया गया है कि सूरजमल ने अफगानों के खिलाफ मराठों की मदद की, लेकिन जब उनकी मांग नहीं मानी गई, तो उन्होंने पेशवा सदाशिव भाऊ का साथ नहीं दिया। वहीं, मंत्री विश्वेंद्र ने ट्वीट कर लिखा, ‘मैं महाराजा सूरजमल जाट की 14वीं पीढ़ी से हूं। वास्तविकता यह है कि पेशवा और मराठा जब पानीपत युद्ध हारकर और घायल होकर लौट रहे थे, तो महाराजा सूरजमल और महारानी किशोरी ने 6 माह तक सम्पूर्ण मराठा सेना और पेशवाओं को अपने यहां पनाह दी थी।’