उरई में सरदार वल्लभभाई पटेल चौराहे पर हंगामा होने पर लग गई भीड़

‘धोखेबाज…, मेरी ङ्क्षजदगी तबाह करने वाले तुझे छोड़ूंगी नहीं’ यह कहते हुए युवती गिरेबां पकड़कर कांस्टेबल को पीट रही थी। युवती का हाईवोल्टेज ड्रामा देखकर लोगों की भीड़ लग गई, जब कुछ मामला समझ में आया तो लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस दोनों को ई-रिक्शा में बिठाकर थाने ले गई। उनके पीछे लोगों की भीड़ भी पहुंच गई और जब पूछताछ में दोनों की सचाई सामने आई तो लोग दंग रह गए।

होमगार्ड को भी सुनाई खरीखोटी

उरई के सरदार वल्लभभाई पटेल चौराहे पर सोमवार की दोपहर बाद एक युवती सरेराह तेजी तेजी शोर मचाते हुए सिपाही को पकड़कर पीट रही थी। बीच सड़क मारपीट के चलते काफी भीड़ जमा हो गई। चौराहे पर तैनात होमगार्ड ने युवती को समझाने का प्रयास किया तो उन्हें भी खरीखोटी सुना दी। युवती के पास दो माह की बच्ची भी थी। पटेल नगर निवासी युवती ने आरोप लगाते हुए बताया कि माधौगढ़ कोतवाली में हेड मुहर्रिर संतोष यादव ने खुद को कुंवारा बताकर उससे शादी की थी। जबकि वह पहले से शादी शुदा था और तीन बच्चे थे।

यह सच्चाई जब उसे पता चली तो संतोष ने दूरियां बढ़ा लीं। उरई में किराए पर लिए घर में आना बंद कर दिया। उसकी दो माह की बेटी बीमार है, जिसके इलाज का भी पैसा नहीं देता है। दो माह पहले रामपुरा थाने में तैनाती के दौरान वहां गई थी तो पहली पत्नी व भतीजे ने उससे मारपीट भी की थी। चार दिन पहले उसने एसपी से शिकायत की थी, जिसके बाद आरोपित को लाइन हाजिर कर दिया गया। कोतवाल शिवगोपाल वर्मा ने बताया कि लिखित तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

इस तरह प्रेम जाल में फंसाया

चार साल पहले हेड मुहर्रिर ने युवती को अपने प्रेम जाल में फंसाया था। युवती ने बताया कि मूलरूप से इलाहाबाद की तहसील करछना के भगनपुर स्थित लच्छीपुर निवासी संतोष कुमार यादव की वर्ष 2015 में आटा थाने में तैनाती हुई थी। तब उसके बाबा से संतोष का संपर्क हुआ और उसने घर आना-जाना शुरू कर दिया। उस समय वह नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। आरोप है कि संतोष ने मेरी मां और स्वजनों को बताया कि उसकी अभी शादी नहीं हुई है। इस दौरान उसने प्रेम जाल में फंसा लिया और उनके बीच संबंध प्रगाढ़ हो गए।

आर्य समाज मंदिर में भरी मांग

संतोष की सहमति के बाद उसकी मां और स्वजन घर गए। स्वजनों ने बताया था कि वह लोग अहिरवार हैं, इसके बाद जवाब मिला कि इंसान हैं और जाति का कोई मायने नहीं है। कानपुर के आर्य समाज मंदिर में संतोष के साथ उसकी शादी हुई थी, उसे दो माह की बच्ची है। उसे किराये का मकान लेकर रख दिया। पहले वह घर आता था लेकिन जब उसकी पहली पत्नी के बारे में पता चला तो संतोष ने आना जाना बंद कर दिया।

मकान बनवाने की बात कह ले चुका है लाखों रुपये

युवती का आरोप है कि शादी से पहले संतोष ने मकान बनवाकर रखने की बात कह छह लाख रुपये लिए थे। बाद में मेरी मां से गाड़ी की किस्त जमा करने के नाम पर ढाई लाख रुपये लिए। कोतवाली में पीडि़ता प्रतिमा ने बताया कि चार दिन पहले एसपी डॉ. सतीश कुमार को शिकायती पत्र दिया था। उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलवाकर रहूंगी।

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