आतंकियों की मदद करने वाले डीएसपी देवेंद्र सिंह का प्रमोशन पुलिस अधीक्षक के पद पर होने वाला था
जम्मू-कश्मीर पुलिस के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) देवेंद्र सिंह से जुड़ी जांच में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं. जम्मू कश्मीर पुलिस के सूत्रों से पता चला है कि डीएसपी देवेंद्र सिंह का प्रमोशन पुलिस अधीक्षक (SP) के पद पर होने वाला था.
उसका नाम उन अधिकारियों की लिस्ट में शामिल था, जो पदोन्नति पाने वाले थे. बता दें कि बीते शुक्रवार को डीएसपी देवेंद्र सिंह दो आतंकियों के साथ पकड़ा गया था. वह कुछ दिनों से छुट्टी पर पर था. संसद पर हमला करने वाले आतंकियों की मदद करने के मामले में भी वो जांज एजेंसियों के निशाने पर है.
जांच के दौरान ही संसद हमले के मामले में फांसी की सजा पाने वाले अफजल गुरु का कोर्ट में दाखिल हलफनामा और वर्ष 2013 में सुप्रीम कोर्ट के वकील सुशील कुमार को लिखा गया अफजल गुरु का पत्र भी चर्चाओं में आ गया.
वो पत्र भी आतंकियों और देवेंद्र सिंह के कनेक्शन की तस्दीक करता है. दरअसल, उस खत में अफजल ने कई जगह डीएसपी देवेंद्र सिंह के नाम का जिक्र किया था. वर्दी की आड़ में बड़ा गोलमाल करने वाले डीएसपी देवेंद्र सिंह की असलियत सामने आने के बाद खुफिया एजेंसियां उसका अतीत खंगालने में जुटी हैं. ऐसे कई खुलासे हो रहे हैं, जो देवेंद्र सिंह के किरदार पर सवाल खड़े करते हैं.
जम्मू कश्मीर पुलिस के सुत्रों से जानकारी मिली है कि DSP देवेंद्र सिंह का नाम उन अधिकारियों की लिस्ट में शामिल था, जिनका प्रमोशन होना था. सूत्रों के मुताबिक उसके नाम की फाइल को एप्रूवल भी मिल चुका था.
लेकिन अभी विभाग ने प्रमोशन पाने वाले अधिकारियों के संबंध में नोटिफिकेशन जारी नहीं किया था. यही वजह रही कि उसका प्रमोशन तय होने के बाद भी नहीं हो पाया था. और इससे पहले कि प्रमोशन होता, उसकी काली करतूत सामने आ गई. वो आतंकियों के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया.
गद्दार पुलिस अफसर देवेंद्र सिंह के पकड़े जाने के बाद कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक (IG) विजय कुमार ने बताया कि आतंकियों को जम्मू तक पहुंचाने के लिए देवेंद्र सिंह 12 लाख रुपये लिया करता था. वह अपने जम्मू के घर में आतंकवादियों को पनाह देता था.
इसके साथ ही वो पुलवामा जिले के त्राल में मौजूद अपने पैतृक घर में भी आतंकियों को शरण दिया करता था. उसे इस काम के लिए उसे मोटी रकम मिलती थी. छानबीन में पता चला कि उसने तीन आतंकियों को बादामी बाग छावनी इलाके में सेना की 16वीं कोर के मुख्यालय के पास अपने आवास में पनाह दी थी.
पुलवामा जिले के त्राल का रहने वालादेवेंद्र सिंह जम्मू कश्मीर पुलिस में सब इंस्पेक्टर के रूप में भर्ती हुआ था. इसके बाद उसकी तैनाती स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) में हुई. वहां से कुछ महिनों बाद देवेंद्र सिंह का तबादला ट्रैफिक पुलिस में कर दिया गया था.
इसके बाद देवेंद्र सिंह 2003 में कोसोवो गए शांति रक्षक दल का भी हिस्सा बना. वापस आने के बाद वो आतंकवाद निरोध दस्ते में शामिल हो गया.
आतंकवाद निरोधी दस्ते में तैनाती के समय उसे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस मेडल से सम्मानित किया गया था. इसी दौरान उसे तेजी से प्रमोशन मिले और वो डीएसपी पद तक जा पहुंचा. पुलवामा हमले के वक्त वही वहां का डीएसपी था. वर्तमान में वह श्रीनगर एयरपोर्ट सुरक्षा इंचार्ज के तौर पर काम कर रहा था.