परिवहन निगम ने बांका जाने वाली बसों को बंद करने का लिया फैसला
मुंगेर के बाद अब भागलपुर की बसें बांका भी नहीं जाएंगी। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने बांका जाने वाली अपनी बसों को बंद करने का निर्णय लिया है। मंगलवार से यह निर्णय लागू हो जाने के बाद सड़क मार्ग पर निर्भर लोगों को समस्या हो सकती है।
भागलपुर-मुंगेर सीमा स्थित जर्जर घोरघट पुल पर बड़े वाहनों का परिचालन नहीं होने के कारण पिछले नौ सालों से भागलपुर से मुंगेर और जमुई के बीच बसें नहीं चल रही हैं। अब भागलपुर और बांका के बीच भी निगम की बसों का परिचालन बंद हो जाएगा। इसका मुख्य कारण बांका के पास चांदन नदी पर बने पुल का ध्वस्त होना बताया जा रहा है।
तिलकामांझी बरारी रोड स्थित पथ परिवहन निगम की सात बसों का परिचालन भागलपुर और बांका के बीच होता था। निगम ने इनमें से दो बसें जमुई डिपो को दे दी थी। सोमवार तक शेष बसें मुंगेर डिपो को दे दी जाएगी। इसके बाद बांका के लिए बसों का परिचालन बंद हो जाएगा।
निगम के अधिकारी का कहना है कि यात्री भी नहीं मिल रहे हैं। रजौन होकर परिचालन का परमिट मिलने के कारण कजरैली होकर परिचालन नहीं किया जा सकता है। इसलिए बसों का परिचालन बंद करने का निर्णय लिया गया है।
पथ परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक अशोक कुमार सिंह के अनुसार पुल के ध्वस्त होने के कारण बैरियर लगा दिया गया है। इसकी वजह से बांका से काफी पहले ही बस रोककर सवारी को उतारना और चढ़ाना पड़ता है। यात्री नहीं मिल रहे। निगम को राजस्व का नुकसान हो रहा है।उन्होंने कहा कि घोरघट पुल और चांदन नदी पर पुल बनने के बाद बांका, जमुई और मुंगेर के लिए बस सेवा शुरू की जाएगी। झारखंड के लिए निगम की एक भी बस सेवा नहीं हैं। पूर्णिया, कटिहार, खगडिय़ा, बेगूसराय, नवगछिया के लिए निगम की बसों का परिचालन होगा।