विदेश से लौट रहे कामगारों का एक डेटा तैयार करने का भारत सरकार ने लिया फैसला

भारत सरकार ने कोरोना संक्रमण की वजह से विदेश से लौट रहे दक्ष कामगारों का एक डेटाबेस तैयार करने का फैसला किया है. इस डेटाबेस के आधार पर सरकार कुशल कामगारों को एक कार्ड जारी करेगी. इस कार्ड के आधार पर इन लोगों को बाद में देश-विदेश में नौकरी पाने में आसानी होगी.

भारतीय नागरिकों ने अपनी दक्षता और काबिलियत के बल पर दुनिया भर में इंजीनियरिंग, मेडिकल, सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, शिक्षा, होटल समेत कई सेक्टरों में शानदार काम किया है. कोरोना संक्रमण की वजह से अब हजारों नागरिक स्वदेश लौट रहे हैं.

कौशल विकास मंत्रालय की पहल

कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) और विदेश मंत्रालय के साथ साझेदारी के माध्यम से वंदे भारत मिशन के तहत लौटने वाले नागरिकों की स्किल मैपिंग एक्सरसाइज का संचालन करने के लिए एक नई पहल SWADES (स्किल्ड वर्कर्स अराइवल डेटाबेस फॉर एम्प्लॉयमेंट सपोर्ट) शुरू की है.

इस एक्सरसाइज के माध्यम से, स्किल इंडिया और अन्य मंत्रालयों का लक्ष्य कौशल और अनुभव के आधार पर योग्य नागरिकों का एक डेटाबेस तैयार करना है, जिसे भारतीय और विदेशी कंपनियों की मांग को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.

नौकरी मिलने में होगी आसानी

स्किल इंडिया एकत्रित जानकारी को देश में उपयुक्त प्लेसमेंट अवसरों के लिए कंपनियों के साथ साझा करेगा. लौटने वाले नागरिकों को एक SWADES स्किल फॉर्म भरने की आवश्यकता होगी और इसके बाद SWADES स्किल कार्ड जारी किए जाएंगे. ये कार्ड राज्य सरकारों, उद्योग संघों और नियोक्ताओं को नई नियुक्तियों में एक स्ट्रेटीजिक फ्रेमवर्क की सुविधा प्रदान करेगा.

35 हजार नागरिक विदेशों से लौटे

बता दें कि वंदे भारत मिशन के तहत अब तक 35,000 से अधिक लोग वापस देश लौट आए हैं. वंदे भारत का एक फोकस क्षेत्र खाड़ी क्षेत्र है, जहां वर्तमान में 80 लाख से अधिक भारतीय नागरिक रहते हैं. दुनिया के कई हिस्सों से भारतीय नागरिक स्वेदश लौटने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाए हैं.

स्वदेश कार्ड में काम का पूरा विवरण

देश लौट रहे नागरिकों की जानकारी इकट्ठा करने के लिए सरकार ने एक फॉर्म बनाया है. इस फॉर्म के अंतर्गत व्यक्ति के कार्य क्षेत्र, नौकरी का टाइटल, रोजगार, अनुभव के वर्षों से संबंधित विवरण एकत्र किए जा रहे हैं. फॉर्म भरने से संबंधित किसी भी प्रश्न के जवाब एवं नागरिकों की हरसंभव सहायता के लिए एक टोल फ्री कॉल सेंटर भी स्थापित किया गया है.

4500 लोगों ने करवाया रजिस्ट्रेशन

SWADES स्किल फॉर्म को मंगलवार जारी किया गया था और अभी तक लगभग 4500 पंजीकरण प्राप्त किए जा चुके हैं. अबतक जितने आंकड़े एकत्र किये गए हैं, उसके आधार पर संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, कुवैत, कतर और सऊदी अरब ऐसे शीर्ष देश हैं जहां से सबसे ज्यादा भारतीय नागरिक वापस आए हैं.

स्किल मैपिंग के अनुसार ये नागरिक वहां मुख्य रूप से तेल और गैस, विमानन, निर्माण, पर्यटन और आतिथ्य, आईटी और आईटीईएस जैसे क्षेत्रों में कार्यरत थे. इन आंकड़ों से यह भी पता चला है कि केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों में सबसे ज्यादा कामगार विदेशों से वापस लौटे हैं.

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