कपिल सिब्बल का वार, कहा- आत्म सुरक्षा में कोई नियम नहीं रखते मायने
कांग्रेस की ओर से भारत-चीन तनाव को लेकर लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साधा जा रहा है. आज सर्वदलीय बैठक से पहले भी कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने सवाल खड़े किए हैं. सिब्बल ने लिखा है कि अगर हमारे जवानों पर हमला हो रहा है, तो किसी तरह का प्रोटोकॉल मायने नहीं रखता है.
दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि हमारे जवान चीन के बॉर्डर पर बिना हथियार के गए थे इसलिए चीन ने उनपर हमला कर दिया.
शुक्रवार को कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर लिखा कि LAC पर आंख के बदले आंख का रुख होना चाहिए. अगर हमारे जवानों पर हमला किया जा रहा हो तो सेल्फ डिफेंस के लिए किसी भी तरह का प्रोटोकॉल मायने नहीं रखता है.
कांग्रेस नेता ने लिखा कि कोई भी ऐसा प्रोटोकॉल नहीं है, जो जवानों को अपनी रक्षा करने के लिए हथियार का इस्तेमाल करने से रोक. ना तो 1996 और ना ही 2005 का कोई समझौता ऐसा करने से रोकता है.
On the LAC
An eye for an eye
A tooth for a toothNo protocol can stand in the way of “self defence” if our soldiers are attacked
No protocol can prevent soldiers from carrying arms for protection
Neither 1996 nor 2005 CBM’s prevent our soldiers from carrying weapons
— Kapil Sibal (@KapilSibal) June 19, 2020
आपको बता दें कि गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जवाब दे दिया था. विदेश मंत्री ने अपने जवाब में लिखा था कि आइए हम फैक्ट को स्पष्ट करते हैं. सीमा पर ड्यूटी के दौरान सभी सैनिक हमेशा हथियार लेकर जाते हैं, खासकर जब चौकियों से निकलते हैं. 15 जून को गलवान घाटी में भी भारतीय सैनिकों ने ऐसा ही किया. हालांकि लंबे समय से चली आ रही प्रथा (1996 और 2005 के समझौतों) के चलते भारत-चीन सीमा पर झड़प के दौरान हथियार का इस्तेमाल नहीं करते हैं.’
बता दें कि राहुल गांधी ने एक वीडियो साझा कर आरोप लगाया था कि चीन की कैसी हिम्मत कि हमारे निहत्थे सैनिकों को उसने मार दिया और किसके आदेश पर सैनिक निहत्थे गए थे.