सियासी संकट: गहलोत को CM मानने को तैयार नहीं सचिन पायलट, किसी तीसरे को सीएम….
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर आया सियासी संकट निपटने का नाम नहीं ले रहा है. सूत्रों की मानें तो बगावती तेवर अपनाये डिप्टी सीएम और पीसीसी चीफ सचिन पायलट (Sachin Pilot) अशोक गहलोत को सीएम मानने को तैयार नहीं हैं. वह खुद या फिर किसी तीसरे को सीएम बनवाने की मांग पर अड़े हैं. बताया जा रहा है कि पार्टी की तरफ से उनको अतिरिक्त या उनकी पसंद के मंत्रालय देने की पेशकश की भी गई है. इसके साथ ही यह आश्वासन भी दिया गया है कि फिलहाल उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बने रहने दिया जाएगा. लेकिन, पायलट अभी नहीं माने हैं और उनकी मंगलवार को जयपुर में फिर बुलाई गई बैठक में आने की संभावना भी कम है.
राहुल से लेकर प्रियंका तक सब बात कर चुके हैं
कांग्रेस पार्टी पायलट को बार बार विधायक दल की बैठक में बुलाने का संदेश दे रही है कि अब भी समय है वो पार्टी में आ सकते हैं. पार्टी सूत्रों का कहना है कि जितना लचीलापन सचिन पायलट के लिए दिखाया जा रहा है, उतना आज तक गांधी परिवार ने किसी के लिए नहीं दिखाया है. रविवार शाम से लेकर अब तक राहुल गांधी ने एक बार सचिन पायलट से बात की है. वहीं प्रियंका गांधी पायलट से 4 बार बात कर चुकी हैं. जबकि अहमद पटेल ने 15 बार, पी चिदंबरम ने लगभग 6 बार और केसी वेणुगोपाल ने सचिन पायलट से 3 बार बात की है. इसके बावजूद सचिन पायलट अभी तक माने नहीं हैं.जयपुर में बैठक
राहुल से लेकर प्रियंका तक सब बात कर चुके हैं
कांग्रेस पार्टी पायलट को बार बार विधायक दल की बैठक में बुलाने का संदेश दे रही है कि अब भी समय है वो पार्टी में आ सकते हैं. पार्टी सूत्रों का कहना है कि जितना लचीलापन सचिन पायलट के लिए दिखाया जा रहा है, उतना आज तक गांधी परिवार ने किसी के लिए नहीं दिखाया है. रविवार शाम से लेकर अब तक राहुल गांधी ने एक बार सचिन पायलट से बात की है. वहीं प्रियंका गांधी पायलट से 4 बार बात कर चुकी हैं. जबकि अहमद पटेल ने 15 बार, पी चिदंबरम ने लगभग 6 बार और केसी वेणुगोपाल ने सचिन पायलट से 3 बार बात की है. इसके बावजूद सचिन पायलट अभी तक माने नहीं हैं.जयपुर में बैठक
पार्टी और सरकार के गहलोत तथा पायलट के धड़ों में बंट जाने के बाद राज्य सरकार पर सियासी सकंट छाया हुआ है. हालांकि, सोमवार को इस संकट से निपटने के लिए जयपुर में मुख्यमंत्री निवास पर हुई विधायक दल की बैठक में सीएम गहलोत ने सरकार बचाने लायक आंकड़ा जुटा लिया था. इस समय अशोक गहलोत के साथ 104 विधायक मौजूद हैं. उसके बाद गहलोत समर्थक विधायक और मंत्रियों की जयपुर में एक लग्जरी होटल में बाड़ाबंदी की गई है. वहीं, पायलट खेमा एनसीआर क्षेत्र में एक होटल में डेरा डाले हुए है.