बसपा ने हाईकोर्ट में कांग्रेस में विलय विधायकों के खिलाफ दाखिल की याचिका
राजस्थान की गहलोत सरकार को घेरने की कार्यविधि अब तेज हो चुकी है. जी दरअसल बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने भी राजस्थान हाई कोर्ट में छह विधायकों के कांग्रेस में विलय होने के खिलाफ याचिका दायर कर दी है. केवल इतना ही नहीं बसपा महासचिव सतीश मिश्रा की तरफ से दाखिल याचिका में विधायकों के विलय को चुनौती दी जा चुकी है. जी दरअसल बसपा विधायक लखन सिंह (करौली), राजेन्द्र सिंह गुढ़ा (उदयपुरवाटी), दीपचंद खेड़िया (किशनगढ़ बास), जोगेन्दर सिंह अवाना (नदबई), संदीप कुमार (तिजारा) और वाजिब अली (नगर, भरतपुर) कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
ऐसे में आप जानते ही होंगे बीएसपी विधायकों का कांग्रेस में विलय कराए जाने का मायावती ने एक बार नहीं बल्कि कई बार विरोध किया है. जी दरअसल इसी क्रम में बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने बीते कल कहा था कि, ‘बीएसपी पहले भी कोर्ट जा सकती थी, लेकिन हम उस समय का इंतजार कर रहे थे, जब अशोक गहलोत और कांग्रेस को सबक सिखाई जा सके. अब हमने कोर्ट जाने का फैसला किया है. हम इस मुद्दे को जाने नहीं देंगे. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे.’ इसी के साथ उन्होंने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि, ‘राजस्थान में चुनाव के बाद कांग्रेस को बिना शर्त समर्थन दिया था, लेकिन दुर्भाग्य से सीएम अशोक गहलोत ने बसपा को नुकसान पहुंचाने के लिए हमारे सभी विधायकों को अपनी पार्टी में विलय करा दिया.’
जी दरअसल बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक मदन दिलावर ने भी राजस्थान हाई कोर्ट में नई याचिका लगाई है. वहीं बताया जा रहा है इस मामले को लेकर मदन दिलावर ने पहले भी याचिका लगाई थ. वहीं उनकी याचिका को बीतेसोमवार को हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया था. अपनी याचिका में मदन दिलावर की मांग थी कि ‘इन 6 विधायकों को दल-बदल कानून के तहत विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित करें, लेकिन स्पीकर ने कोई कार्रवाई नहीं की.’ उसके बाद मदन दिलावर हाई कोर्ट चले गए थे.