बीजेपी कार्यालय की जमीन खरीद में धोखाधड़ी का मामला हुआ दर्ज
हिमाचल प्रदेश के सोलन में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से लाखों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. पार्टी ने वर्ष 2016 में जिला कार्यालय के लिए देखी जमीन का 90 लाख में सौदा किया था, जिसमें से 85 लाख ब्याना भी दे दिया गया था. इसके बाबजूद मालिक ने 26 लाख में जमीन किसी दूसरे को बेच दी. इस बारे में बीजेपी जिला अध्यक्ष आशुतोष वैद्य ने सोलन थाने में शिकायत दर्ज करवाई है. पुलिस ने जमीन मालिक पर मामला दर्ज किया है, जबकि बीजेपी के पूर्व पार्षद से भी पूछताछ की जाएगी. एसपी सोलन अभिषेक यादव ने इसकी पुष्टि की.
दरअसल, अगले कुछ दिनों में बीजेपी राष्ट्रीय कार्यालय निर्माण समिति के संयोजक का सोलन दौरा है. इसी को देखते हुए बीजेपी ने खरीदी जा रही जमीन की सुध ली. राजस्व विभाग से जब जमीन की फर्द निकाली तो पता चला कि जिस जमीन की बीजेपी की ओर से 85 लाख रुपये की अदायगी हो गई थी, उस जमीन को मालिक ने किसी और व्यक्ति को 26 लाख रुपये में बेच दी है.
यह पूरा मामला वर्ष 2016 का है. इस दौरान बीजेपी की ओर से सोलन के शमलेच के पास कार्यालय के लिए 1 बीघा जमीन देखी गई थी. 90 लाख रुपये तय होने के बाद बीजेपी द्वारा 35 व 50 लाख रुपए की दो किश्तों में अदायगी की गई. बकाया राशि धारा 118 की परमिशन के बाद देय थी, लेकिन अभी तक बीजेपी धारा 118 की ही परमिशन नहीं ले सकी, जबकि प्रदेश में बीते तीन वर्षों से बीजेपी की ही सरकार है.
सोलन के एसपी अभिषेक यादव ने बताया कि बीजेपी के जिला अध्यक्ष आशुतोष वैद्य ने बीते सप्ताह एक शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायत पर पुलिस ने आरोपी जमीन मालिक दीनानाथ के खिलाफ धारा 406, 417, 420, 467, 468, 471, 120 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है. मामले में एक अन्य बीजेपी नेता को भी नामजद किया है जिससे जल्द ही पूछताछ की जाएगी.
इस पूरे मामले में बीजेपी हिमाचल के उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम गुलेरिया का कहना है कि बीजेपी के साथ 85 लाख का बहुत बड़ा फ्रॉड हुआ है. मामला पुलिस में दे दिया गया है जिसकी जांच चल रही है. उन्होंने माना कि उनका नाम भी इस मामले में एक कार्यकर्ता द्वारा लिया गया है जो पूरी तरहा से निराधार है. वही बीजेपी के कार्यकर्ता और पूर्व पार्षद मनीष का कहना है कि पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बदनाम करने के लिए साजिश रची जा रही है. उनका इस मामले में कोई हाथ नहीं है. बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य कुशन जेठी का कहना है कि पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए मां है और मां के साथ गद्दारी नहीं होनी चाहिए. जो भी दोषी है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए.
वही कांग्रेस के जिला अध्यक्ष शिवकुमार का कहना है कि बीजेपी के लिए ये बहुत बड़ी शर्म की बात है. बीजेपी का हर जगह करप्शन, घोटाला सामने आ रहा है. ये लोग तो अपने घर में भी भ्रष्टाचार कर रहे हैं, उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है. कांग्रेस प्रदेश कार्यकारणी के पूर्व सदस्य जगमोहन मल्होत्रा का कहना है कि ये एक ऐसी अनहोनी-सी घटना है जिसने प्रदेश से लेकर केंद्र की राजनीति को गर्मा दिया है. अपनी सरकार होते हुए बीजेपी 118 की परमिशन नहीं ले सकी.