बाबा आमटे की समाजसेवी पोती डॉ. शीतल आमटे ने की आत्महत्या, परिवार पर लगाए थे गंभीर आरोप
देश के महान समाजिक कार्यकर्ता रहे बाबा आमटे की पोती और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. शीतल आमटे कराजगी ने सोमवार को आत्महत्या कर ली. वह 39 साल की थीं. वह वरोरा स्थित महारोगी सेवा समिति (कुष्ठरोग सेवा समिति) की मुख्य कार्यकारी अधिकरी थी. कहा जा रहा है कि उन्होंने आनंदवन स्थित अपने घर में सुसाइड किया है. उन्होंने खुद इंजेक्शन के जरिए जहर देकर दिया.
शीतल आमटे को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. शीतल सोशल वर्कर डॉ. विकास आमटे की बेटी थी और वह पिछले कई दिनों से कथित तौर पर तनाव में चल रही थीं. महाराष्ट्र टाइम्स की एक खबर के मुताबिक, डॉ. शीतल ने 20 नवंबर 2020 को फेसबुक लाइव के जरिए आनंदवन के कुष्ठरोग सेवा समिति के काम, ट्रस्टीज और कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगाए थे.
फेसबुक लाइव पोस्ट में लगाए थे परिवार पर गंभीर आरोप
इस वीडियो में उन्होंने चाचा डॉक्टर प्रकाश आमटे और उनके परिवार पर भी आरोप लगाए थे. दो घंटे के बाद ही उन्होंने फेसबुक लाइव वीडियो को डिलीट कर दिया. उनके फेसबुक लाइव के बाद कई चर्चा हुईं. इसके बाद बाबा आमटे के बेटों विकास और प्रकाश आमटे समेत आमटे परिवार ने एक बयान जारी किया और इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया.
यहां देखिए शीतल आमटे का आखिरी ट्वीट-
'War and Peace'#acrylic on canvas.
30 inches x 30 inches. pic.twitter.com/yxfFhuv89z— Dr. Sheetal Amte-Karajgi (@AmteSheetal) November 30, 2020
मानसिक तनाव से गुजर रही थीं शीतल
आमटे परिवार के इस बयान में कहा गया कि शीतल मानसिक तनाव से गुजर रही हैं. डिप्रेशन के चलते उन्होंने कुष्ठरोग सेवा समिति के काम, ट्रस्टीज और इसके कार्यकर्ताओं के बारे में अनुचित बयान दिए हैं. परिवार के बयान में कहा गया “शीतल के सारे बयान बेबुनियाद हैं. आमटे परिवार आपस में चर्चा के बाद ये बयान जारी कर रहा है ताकि उनके आरोपों से किसी तरह की गलतफहमी पैदा ना हो.”