अम्फान ने पश्चिम बंगाल में मचाई सबसे ज्यादा तबाही, केंद्र सरकार की एक टीम करेगी दौरा
पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बुधवार को आए अम्फान तूफान के बाद अब राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है. अम्फान ने सबसे ज्यादा तबाही पश्चिम बंगाल में मचाई. NDRF का भी मानना है कि जितनी हमने आशंका जताई थी उससे ज्यादा तबाही हुई है. एनडीआरएफ के डीजी एस एन प्रधान ने गुरुवार को कहा कि अम्फान तूफान से ओडिशा में ज्यादा तबाही नहीं हुई है. अगले 24 से 48 घंटे में वहां पर जिंदगी सामान्य हो जाएगी. बंगाल में जितनी हमने आशंका जताई थी उससे ज्यादा तबाही हुई है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की एक टीम पश्चिम बंगाल का दौरा करेगी और तबाही का आकलन करेगी. वहां पर स्थिति को सामान्य करने का काम जारी है. हमने अतिरिक्त टीमें वहां पर लगा दी है. बंगाल में चेन्नई से 2 और पुणे से 2 और टीमों को भेजा जा रहा है.
डीजी एस एन प्रधान ने कहा कि अम्फान तूफान 20 मई को बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में लैंडफाल किया. बंगाल के तटीय क्षेत्रों में लैंडफाल होने के बाद वह नॉर्थ-नॉर्थ ईस्ट की ओर बढ़ते हुए बांग्लादेश में प्रवेश कर गया है. उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ ने अपना काम तूफान आने से पहले ही शुरू कर दिया था. चार दिन पहले से ही हम वहां मौजूद थे.
सीएम ममता बोलीं- 72 लोगों की हुई मौत
उधर, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में अम्फान से 72 लोगों की मौत हुई है. यहां पर हालात ठीक नहीं हैं. मैं पीएम मोदी से मांग करती हूं कि वो यहां का दौरा करें. मैं भी हवाई सर्वेक्षण करूंगी. लेकिन मैं हालात ठीक होने का इंतजार कर रही हूं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख मुआवजा भी देने का ऐलान किया है.
ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने गृह मंत्री अमित शाह से बोला है कि केंद्र किसी भी हालत में हमारी मदद करे. मुझे उम्मीद है कि वे करेंगे. लेकिन जब तक वो करें ना, हम कुछ कह नहीं सकते. ममता बनर्जी ने इसके अलावा राज्य में स्थिति को वापसी से पटरी पर लाने के लिए 1 हजार करोड़ रुपये के फंड का ऐलान किया है.