कोरोना संक्रमित अनिल विज को दी गई प्लाज्मा थैरेपी, इलाज पर डॉक्टर बनाए हुए हैं अच्छी नजर

कोरोना वायरस से संक्रमित हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को बिगड़ती तबीयत को देखते हुए रोहतक के पीजीआईएमएस अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें प्लाज्मा थैरेपी दी। अस्पताल की ओर से सोमवार को जारी चिकित्सा बुलेटिन में यह जानकारी दी गई।

पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पीजीआईएमसए) के निदेशक रोहतास यादव द्वारा गठित वरिष्ठ चिकित्सकों के एक विशेष चिकित्सा बोर्ड ने सोमवार को विज की जांच की।

बुलेटिन में कहा गया है कि अनिल विज ठीक हैं और उनके स्वास्थ्य से संबंधित महत्वपूर्ण पहलू सामान्य हैं। हालांकि इसमें कहा गया है कि मंत्री को बुखार है। उन्हें दिए जा रहे इलाज पर डॉक्टर अच्छी तरह नजर बनाए हुए हैं।

अनिल विज (67) पांच दिसंबर को कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे। विज ने कोविड-19 के खिलाफ देश में बने टीके कोवैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के दौरान टीके की एक खुराक 20 नवंबर को पहले वॉलंटियर के तौर पर ली थी।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली हरियाणा सरकार कोविड-19 टीकाकरण के लिए अपने जन प्रतिनिधियों (सांसदों और विधायकों) को पहले मौका देना चाहती है। सरकार की तरफ से केंद्र सरकार को लिखे गए एक आधिकारिक पत्र के अनुसार, सरकार ने कोरोना वायरस बीमारी से बचाव के लिए जब भी टीकाकरण का काम शुरू हो तो अपने सांसदों और विधायकों को टीकाकरण में प्राथमिकता वाली सूची में शामिल करने की सिफारिश की है।

हरियाणा सरकार ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को 10 दिसंबर को लिखे पत्र में यह कहते हुए कि अक्सर लोगों से मिलने के कारण जनप्रतिनिधियों को अधिक जोखिम होता है अपने सांसदों और विधायकों को कोविड-19 बचाव के लिए टीकाकरण में प्राथमिकता सूची में शामिल करने की सिफारिश की है।

बता दें कि वैक्सीन के लिए प्रमुखता वाली लिस्ट में निजी और सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर, स्टाफ और कर्मचारियों समेत कोरोना में ड्यूटियां देने वाले सभी कर्मचारियों को और गंभीर बीमारियों वाले बुजुर्गों को शामिल किया गया है।

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