यूपी: हाथरस कांड में आज चार्जशीट दाखिल कर सकती है CBI, पीड़िता के भाई का भी होगी पूछताछ
कोरोना संक्रमण काल में भी उत्तर प्रदेश को बेहद चर्चा में लाने वाले हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र के बूलगढ़ी गांव में दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म और उसकी मृत्यु के मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने लम्बी पड़ताल के बाद अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। माना जा रहा है कि शुक्रवार यानी आज सीबीआई इस केस की चार्जशीट दाखिल कर सकती है। इसके साथ ही सीबीआई पीडि़ता के भाई को भी गुजरात लेकर जा सकती है, जहां पर उससे पूछताछ होगी। इस केस में पीडि़ता के भाई की ओर से ही एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
हाथरस के बूलगढ़ी गांव के कथित सामूहिक दुष्कर्म कांड की जांच में करीब ढाई महीने से जुटी सीबीआइ आज हाथरस के कोर्ट एससीएसटी कोर्ट, इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंड पीठ या गाजियाबाद के सीबीआइ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर सकती है। सीबीआई ने दो दिन पहले हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में सुनवाई के दौरान 18 दिसंबर को चार्जशीट दाखिल करने की बात कही थी। बूलगढ़ी कांड के चारों आरोपितों के गांधीनगर में पॉलीग्राफ टेस्ट हो चुका है। इसके साथ ही जांच एजेंसी ने बूलगढ़ी गांव में सीन रीक्रिएशन करने के साथ ही यहां पर हर स्तर की पड़ताल कर चुकी है। अभी भी सीबीआइ गांव में मृतका के भाई और घटना स्थल वाले खेत के मालिक का पॉलीग्राफ कराने के प्रयास में है। अभी तक दोनों इंकार कर रहे हैं।
सीबीआई पीड़िता के भाई को फरेंसिक साइकलॉजिकल टेस्ट के लिए गुजरात लेकर जाएगी। यहां उसका साइकलॉजिकल असेस्मेंट कराया जाएगा। साइकलॉजिकल असेस्टेंट (मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन) में शिकायतकर्ता / अभियुक्तों को विभिन्न काल्पनिक स्थितियों के साथ मामले से संबंधित प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रश्न किए जाते हैं। इस दौरान उनकी प्रतिक्रियाएं रेकॉर्ड की जाती हैं। इन सभी प्रतिक्रियाओं के आधार पर मनोवैज्ञानिक पहलुओं, लक्षणों और उद्देश्यों को नापते है।