उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा में उपद्रवियों ने आईबी के कॉन्स्टेबल की हत्या कर नाले में फेंका शव
उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा में उपद्रवियों ने एक आईबी के कॉन्स्टेबल की हत्या कर शव को नाले में फेंक दिया। चांद बाग पुलिया पर नाले से आइबी के कॉन्स्टेबल का शव निकाला गया है। मृतक अंकित शर्मा खजूरी में रहते थे।
अंकित के बड़े भाई अंकुर ने बताया कि मंगलवार शाम को चार बजे वह घर लौटे थे। आरोप है कि चांद बाग पुलिया पर कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया। उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी। इसके बाद शव को नाले में फेंक दिया।
परिजन मंगलवार से ही उनकी तलाश में थे। अंकित के पिता रविंदर शर्मा भी आइबी में हेड कॉन्स्टेबल हैं। उनका कहना है कि पिटाई के साथ अंकित को गोली भी मारी गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जीटीबी अस्पताल भेज दिया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि अंकित शर्मा की पथराव में हत्या हो सकती है। उनके शव को गुरु तेग बहादुर अस्पताल में शव परीक्षण के लिए ले जाया गया है।
अभी तक अंकित की नहीं हुई थी शादी
अंकित के पिता रविंदर शर्मा ने मौके पर मौजूद जागरण संवाददाता को बताया कि उनका बेटा 2017 में आइबी में शामिल हुआ था। अंकित की अभी तक शादी नहीं हुई थी। उनके लिए लड़की की तलाश की जा रही थी। अंकित की हत्या की जानकारी मिलते ही घर में मातम पसरा है।
बिहार के शख्स की भी हत्या
वहीं मंगलवार को कर्दमपुरी पुलिया के पास हुई हिंसा में उपद्रवियों ने दीपक कुमार (34) को पीट-पीटकर मार डाला। वह मूल रूप से बिहार के भोजपुर जिले के गांव सलेमपुर के रहने वाले थे। दीपक कुमार दिल्ली के मंडोली इलाके में रहते थे।
दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर यमुनापार में भड़की हिंसा के तीसरे दिन मंगलवार को पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए। वहीं, 10 थाना क्षेत्रों में धारा-144 का कोई असर नहीं होने पर मंगलवार देर शाम चार सबसे ज्यादा संवेदनशील इलाकों मौजपुर, जाफराबाद, करावल नगर और बाबरपुर में कर्फ्यू लगा दिया गया।
हिंसा में अब तक 20 लोगों की मौत
इस बीच उपद्रवियों ने मंगलवार को भी जमकर उत्पात मचाया। हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब तक 20 हो चुकी है। मंगलवार को करीब 86 लोग जख्मी हो गए। इस तरह अब तक 186 लोग जख्मी हो चुके हैं, जिनमें दो आइपीएस अफसर सहित 56 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। जीटीबी अस्पताल सहित कई सरकारी व निजी अस्पतालों में घायलों का इलाज चल रहा है। शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा की हालत खतरे से बाहर है।