हरिद्वार में कुंभ के बीच अब तक अखाड़ों के 50 से अधिक संत कोरोना पॉजिटिव, एक की गई जान
हरिद्वार, कोरोना से निर्वाणी अणि अखाड़े के एक संत की मौत और अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि समेत करीब 51 से संतों के संक्रमित होने से संत समाज सहमा हुआ है। संतों के अनुरोध पर 14 अप्रैल तक अखाड़ों में कोरोना जांच से गुरेज कर रहे स्वास्थ्य महकमे ने अब अखाड़ों का रुख किया है। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक समेत 200 संतों के लिए सैंपल लिए गए। इससे पहले करीब 90 संतों के सैंपल लिए जा चुके हैं। वहीं, गुरुवार को अखाड़ों के नौ संत समेत गुरुवार को जिले में कोरोना के 629 मामले सामने आए हैं।
कुंभ का मुख्य शाही स्नान संपन्न होते ही अखाड़ों में सैंपलिंग शुरू हो गई है। मेला स्वास्थ्य विभाग की ओर से श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े में शिविर लगाकर अखाड़ा के कई बड़े पदाधिकारियों के साथ-साथ साधु संतों की कोराना जांच के लिए सैंपल लिए गए। इनमें अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि, श्रीमहंत प्रेमगिरि, अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि, अंतरराष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत महेशपुरी, श्रीमहंत मोहन भारती समेत कई बड़े संत शामिल रहे। अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने कहा कि इस समय वैश्विक महामारी का दौर है। ऐसे में सरकार की ओर से कोविड गाइडलाइन का पालन करना सभी का दायित्व है।
उन्होंने कहा कि आम लोगों के साथ-साथ हर साधु संत को कोविड गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि महामारी के बावजूद कुंभ मेले का मुख्य शाही स्नान सकुशल संपन्न हो गया। यह सभी के लिए राहत के साथ-साथ खुशी की बात है। उन्होंने आह्वान किया कि सभी कोविड के नियमों का पालन करें। उन्होंने सभी से गाइडलाइन का पालने करने का आह्वान किया है।
हरिद्वार में एक पखवाड़े में करीब चार हजार संक्रमित
कोरोना का हॉटस्पॉट बनी धर्मनगरी में रोजाना बड़ी संख्या में संक्रमित मामले सामने आ रहे हैं। महज एक पखवाड़े में ही करीब चार हजार मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। बैशाखी स्नान के पांच रोज बाद सभी फ्रंट लाइन वर्कर की कोरोना जांच होनी है। मेला स्वास्थ्य विभाग की ओर से सैंपलिंग में और तेजी लाने की बात कही जा रही है। कुंभ के बीच बढ़ते कोरोना के मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की पेशानी पर बल डाल दिया है।