देश के विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले कुछ महीनों से लगातार हो रही बढ़ोतरी
नई दिल्ली, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 16 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में 1.193 अरब डॉलर बढ़कर 582.406 अरब डॉलर पर जा पहुंचा। उससे पिछले सप्ताह में यह 4.34 अरब डॉलर बढ़कर 581.21 अरब डॉलर हो गया था। देश के विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले कुछ महीनों से लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
यही कारण है कि इस वर्ष 29 जनवरी को खत्म सप्ताह के दौरान देश का विदेशी मुद्रा भंडार 590.185 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया थी। देश का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले वर्ष जून में 500 अरब डॉलर के पार पहुंचा था।
आरबीआइ द्वारा दी जानकारी के मुताबिक, समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) में 1.13 अरब डॉलर का इजाफा हुआ। इससे इन परिसंपत्तियों का मूल्य बढ़कर 540.585 अरब डॉलर पर जा पहुंचा।
एफसीए में डॉलर समेत यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं को भी शामिल किया जाता है। इनके मूल्य की गणना भी डॉलर के भाव में ही की जाती है। आरबीआइ के मुताबिक समीक्षाधीन सप्ताह में देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य 3.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 35.354 अरब डॉलर हो गया।
आंकड़ों के अनुसार, 16 अप्रैल 2021 को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में होने वाली वृद्धि मुख्य तौर पर विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां बढ़ने से हुई है। यह विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख हिस्सा है।
इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में विशेष निकासी अधिकार (SDR) 60 करोड़ डालर बढ़कर 1.498 अरब उालर पर पहुंच गया। वहीं, आईएमएफ के पास देश के आरक्षित भंडार की स्थिति 2.30 करोड़ डालर बढ़कर 4.969 अरब डालर पर पहुंच गई।