CBSE ने नई शिक्षा नीति 2020 एजेंडे के रूप में नए मिशन की घोषणा की
सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन ने सोमवार 20 सितंबर को नई शिक्षा नीति 2020 एजेंडे के हिस्से के रूप में एक नए मिशन की घोषणा की थी। जिसके बाद CBSE पढ़ने की साक्षरता में सुधार के लिए ‘सीबीएसई रीडिंग मिशन 2021-23’ शुरू करने की योजना बनाई गई। CBSE से जुड़े 25,000 से अधिक स्कूलों को हिंदी और इंग्लिश में हाई क्वालिटी की रीडिंग मटेरियल्स दी जाने वाली है।
जहां इस बात का पता चला है कि CBSE की तरफ से दी जाने वाली यह रीडिंग मटेरियल क्लास 1 से 8 तक के छात्रों के लिए उपयुक्त होने वाली है। CBSE द्वारा जारी की गई एक रिलीज के मुताबिक रीडिंग मिशन 2021-23 स्टूडेंट्स को किताबें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ उनके क्रिटिकल रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन प्रोफिसिएंसी में सुधार करने में भी सहायता प्रदान करेगा। जहां यह भी कहा जा रहा है कि 25,000 से ज्यादा स्कूलों को हिंदी और इंग्लिश इंस्ट्रक्टर्स भी प्रदान करने वाली है। जिसके अतिरिक्त बोर्ड भाषा के विकास पर केंद्रित कुछ छात्र संवर्धन गतिविधियों को भी प्रदान करने का इरादा रखता है, जिससे विद्यार्थियों को उनके पढ़ने के कौशल में सुधार करने में सहायता मिलती है।
इस कोशिश को शुरू करने के लिए CBSE ने प्रथम बुक्स स्टोरी वीवर और सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन के साथ मिलकर कार्य किया है। रीडिंग मिशन की शुरूआत सोमवार 20 सितंबर को यानी आज दोपहर 3 बजे CBSE के अध्यक्ष मनोज आहूजा करने वाले है। स्कूलों में रीडिंग कल्चर बनाने के लिए टीचर वेबिनार भी कार्यक्रम का भाग होगा।
निदेशक शिक्षाविद जोसेफ एमानुएल, प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की सीईओ रुक्मिणी बनर्जी, प्रथम बुक्स के अध्यक्ष आर श्रीराम, सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन के अनुस्टुप नायक, अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शैलजा मेनन और विशाल तलरेजा (Mr Vishal Talreja)। अधिकारिक रिलीज में कहा गया है कि ड्रीम ए ड्रीम के संस्थापक भी इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले है।