ओमिक्रोन की वजह से अगले 15 दिन में और बढ़ेगी चुनौती, इस राज्य में मिले सबसे ज्यादा मरीज

ओमिक्रोन का खतरा दुनिया में बढ़ता जा रहा है. भारत में भी ओमिक्रोन रफ्तार बढ़ा रहा है. गुजरात, कर्नाटक और दिल्ली में नए संक्रमितों की पुष्टि के बाद देश में ओमिक्रोन मरीजों की संख्या 88 हो गई. मुंबई में 31 दिसंबर आधी रात तक धारा 144 लागू कर दी गई. आज केंद्र सरकार हालात की समीक्षा बैठक करेगी. देश में अगले 15 दिन में चुनौती और बढ़ेगी. इसलिए सवाल है कि ओमिक्रोन पर हम कितने तैयार हैं?

कोरोना की हर लहर को सबसे ज्यादा झेलने वाला महाराष्ट्र ओमिक्रोन से भी सबसे ज्यादा परेशान है. महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के 32 केस, राजस्थान में 17 केस, दिल्ली में 10 केस, केरल में 5 केस, गुजरात में 5 केस, कर्नाटक में 8 केस, तेलंगाना में 7 केस, पश्चिम बंगाल में 1 केस, आंध्र प्रदेश में 1 केस, तमिलनाडु में 1 केस और चंडीगढ़ में 1 केस आ चुके हैं.

15 दिन भारी… ओमिक्रोन पर देश की कितनी तैयारी?
ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच आने वाले 15 दिन भारी पड़ सकते हैं. इसका एहसास मुंबई पुलिस को है. तभी 31 दिसंबर तक पूरे मुंबई शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है. इस दौरान बहुत ज्यादा सख्ती रहेगी. मुंबई में किसी भी सार्वजनिक सभा, रैली या प्रदर्शन की अनुमति नहीं होगी. 5 से ज्यादा लोग एक जगह पर जमा नहीं हो सकेंगे. क्रिसमस करीब है. नए साल का जश्न भी लोग मनाएंगे. खासतौर से ये फैसला इन बातों को भी ध्यान में रखकर लिया गया है. 

सार्वजनिक स्थानों पर मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन के दोनों टीके नहीं लगवाए हैं. उनकी एंट्री बैन की जा रही है. धारा 144 का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं. कड़ी शर्तों के साथ नियमों का पालन कराने के लिए बड़ी संख्या में मुंबई पुलिस के जवानों को सड़कों पर उतारा जा रहा है. बिना मास्क घूमने वालों से जुर्माना भी वसूला जा रहा है. वहीं होटलों और अन्य जगहों पर 50 फीसदी की संख्या में जाने की अनुमति है.

ओमिक्रोन के 10 मामले देश की राजधानी दिल्ली में भी मिल चुके हैं. इसलिए क्रिसमस और नए साल पर दिल्लीवालों को भी रियायत नहीं होगी. DDMA ने कोरोना नियमों को सख्ती से लागू करवाने का आदेश दिया है जबकि दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ओमिक्रोन से निपटने के लिए बंदोबस्त बढ़ाने के दावे कर रहे हैं. लेकिन इसी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल इन दिनों चुनावी राज्य पंजाब में व्यस्त हैं. वहां लगातार अपने नेताओं के साथ रैलियां और रोड शो कर रहे हैं. 

सावधानी में चूक कब तक?
देश में जब ओमिक्रोन अपनी रफ्तार बढ़ा रहा है, खतरा लगातार बड़ा होता जा रहा है. तब भी चुनावी राज्यों में बंपर रैलियां चल रही हैं. नेता जुट रहे हैं. पब्लिक जुट रही है. लेकिन सावधानी कहीं नहीं दिख रही है. ओमिक्रोन हर दिन नए लोगों को शिकार बना रहा है. तब भी चुनावी रैलियां तेज होती जा रही हैं जिनमें सावधानी कम और लापरवाही ज्यादा दिख रही है. देश के विशेषज्ञ भी जब बार-बार तीसरी लहर करीब होने की चेतावनी दे रहे हैं. दूरी और मास्क को बहुत जरूरी कह रहे हैं. तब भी छोटे-बड़े शहरों में न तो भीड़ कम हो रही है न खतरे को लेकर गंभीरता दिख रही है.

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