किसी भी प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहना सेना का कर्तव्य है: नए आर्मी चीफ मनोज पांडे

Chief of The Army Staff At National War Memorial: थल सेनाध्यक्ष का पद संभालने के बाद जनरल मनोज पांडे (Manoj Pande) आज (रविवार को) पहली बार दिल्ली में नेशनल वॉर मेमोरियल (National War Memorial) पहुंचे. वहां उन्होंने पुष्पांजलि अर्पित की और श्रद्धांजलि दी. इसके बाद थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने कहा कि भू-राजनीतिक स्थिति तेजी से बदल रही है और हमारे सामने कई चुनौतियां हैं. भारतीय सेना का कर्तव्य है कि वो अन्य सेनाओं के साथ समन्वय करके किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहे. मेरी कोशिश रहेगी कि मुझसे पहले जो काम किए गए, उनको आगे बढ़ाया जा सके.

आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने कही ये बात

आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने कहा कि मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता संघर्ष के पूरे स्पेक्ट्रम में वर्तमान, समकालीन और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए ऑपरेशन की तैयारियों के उच्च मानकों को सुनिश्चित करना होगा. क्षमता विकास और आधुनिकीकरण के मामले में, मेरी कोशिश ‘आत्मनिर्भर भारत’ के माध्यम से नई तकनीकों को लाने की होगी.

‘सेना की शक्ति को बढ़ाएंगे’

उन्होंने कहा कि मैं चल रहे सुधारों, पुनर्गठन और परिवर्तन पर फोकस करना चाहता हूं ताकि सेना की ऑपरेशनल शक्ति को बढ़ाया जा सके. इंटर-सर्विस कॉरपोरेशन बढ़ाना उद्देश्य होगा. मैं अन्य दो सेना प्रमुखों को अच्छी तरह से जानता हूं. यह तीनों सेनाओं के बीच तालमेल, सहयोग और संयुक्त कौशल की अच्छी शुरुआत है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम तीनों मिलकर काम करेंगे और राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा के लिए चीजों को आगे बढ़ाएंगे.

आर्मी चीफ को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर

जनरल मनोज पांडे को 29वें थल सेनाध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस मौके पर वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार भी मौजूद रहे. गौरतलब है कि तीनों चीफ अब एनडीए के 61वें कोर्स से हैं.

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