अठारहवीं विधान सभा के प्रबोधन कार्यक्रम को मुख्य अतिथि लोक सभा अध्यक्ष करेंगे संबोधित
लखनऊ, अठारहवीं विधान सभा के निर्वाचित विधायकों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रबोधन कार्यक्रम 20 व 21 मई को होगा। प्रबोधन कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र विधान सभा मंडप में आयोजित होगा जिसे बतौर मुख्य अतिथि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला संबोधित करेंगे।
उद्घाटन सत्र को विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना भी संबोधित करेंगे। प्रबोधन कार्यक्रम में सत्ता पक्ष और विपक्ष के दिग्गज नेता विधायकों को सदन की कार्यवाही, नियमों और परंपराओं का पाठ पढ़ाएंगे।
उद्घाटन सत्र और दोपहर के भोजन के बाद नवनिर्वाचित विधायकों का प्रशिक्षण तिलक हाल में आयोजित होगा। इस प्रशिक्षण सत्र में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, पूर्व मंत्री व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकान्त वाजपेयी और विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित वक्ता के रूप में विधायकों को मार्गदर्शन देंगे।
प्रबोधन कार्यक्रम का समापन सत्र 21 मई को आयोजित होगा जिसकी मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल होंगी। समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी विधायकों को संबोधित करेंगे। समापन सत्र और दोपहर के भोजन के बाद सदस्यों को विधान सभा मंडप में में ई-विधान का व्यावहारिक प्रशिक्षण नेशनल इन्फार्मेटिक्स सेंटर के विशेषज्ञों द्वारा दिया जाएगा।
ई-विधान का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना करेंगे। ई-विधान के व्यावहारिक प्रशिक्षण में सभा मंडप में लगाये गए टैबलेट पर विधायकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अवसर पर विधान सभा का अधिकारिक मोबाइल ऐप भी लांच किया जाएगा।
बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने शुक्रवार को नई दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर उनसे प्रबोधन कार्यक्रम के उद्घाटन के लिए आमंत्रण स्वीकार करने का अनुरोध किया था। उत्तर प्रदेश में विधानमंडल का बजट सत्र 23 मई से शुरू होगा। अठारहवीं विधान सभा का यह पहला सत्र होगा।
सत्र से पहले सदन के सदस्यों को विधान सभा की कार्यवाही, कार्य संचालन नियमावली, परंपराओं आदि के बारे में प्रशिक्षण देने के लिए दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। बजट सत्र से ही विधान सभा में नेशनल ई-विधान परियोजना को भी लागू करने की तैयारी है। इस लिहाज से प्रबोधन कार्यक्रम का महत्व और बढ़ जाता है।