रूसी मीडिया ने पाकिस्तान पर दोगला रवैया अपनाने का लगाया आरोप, पढ़ें पूरी खबर ..
दुनिया जानती है कि पाकिस्तान जो करता है वो कहता नहीं और जो करता है उसे कभी कबूल नहीं करता। रूस और यूक्रेन की जंग में पाकिस्तान भी उतर गया है। रूसी मीडिया ने पाकिस्तान पर दोगला रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। जियो-पॉलिटिक के अनुसार, भले ही पाकिस्तान और रूस के बीच संबंधों में तेजी देखी जा रही हो लेकिन वो यूक्रेन को हथियार और गोला-बारूद की सप्लाई कर रहा है। इस पर अब रूस ने पाक पर धोखा देने का आरोप लगाया है। माना जा रहा है कि रूस से सस्ता तेल नहीं मिलने पर पाकिस्तान खुन्नस में है और उसने इसीलिए ऐसा कदम उठाया है।
गले तक कर्ज में डूबा पाकिस्तान यूक्रेन को गोला-बारूद की आपूर्ति करके रूस-यूक्रेन युद्ध से पैसा कमा रहा है। पाकिस्तानी कंपनियां अपने लाभ को अधिकतम करने और यूक्रेन की सीमा से लगे देशों में अपने संचालन का विस्तार करने के लिए चल रहे संघर्ष का भी फायदा उठा रही हैं। विशेष रूप से, केस्ट्राल के सीईओ लियाकत अली बेग ने मई और जून 2022 में पोलैंड, रोमानिया और स्लोवाकिया की भी यात्रा की।
रूसी मीडिया जियो-पॉलिटिक की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस्लामाबाद यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति हवाई मार्ग से सप्लाई कर रहा है। रिपोर्ट में आगे खुलासा हुआ कि यूके रावलपिंडी में पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस का उपयोग यूक्रेनी सेना के लिए सैन्य उपकरणों के परिवहन के लिए एक प्रमुख आधार के रूप में कर रहा है।
यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तान-रूस संबंधों में तेजी आ रही है। जियो-पॉलिटिक की रिपोर्ट के मुताबिक, एक तरफ रूस पाकिस्तान को कम से कम 100,000 बैरल प्रति दिन कच्चा तेल रियायती दरों पर उपलब्ध कराने पर सहमत हो गया है, वहीं दूसरी तरफ इस्लामाबाद यूक्रेन को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति कर रहा है।
यूक्रेनी सैनिको के ग्लव्स भी पाकिस्तान से
हैरानी की बात यह है कि यूक्रेन के बिजनेस मेसर्स FORMAG ने अपनी सेना के लिए ग्लव्स भेजने के लिए पाकिस्तान में M/s Bluelines Cargo Pvt Ltd से संपर्क किया था। पाकिस्तान की शिपिंग और ब्रोकिंग फर्म ‘प्रोजेक्ट शिपिंग’ से मोर्टार, रॉकेट लॉन्चर और आर्टिलरी राउंड सहित हथियारों और गोला-बारूद की एक खेप जल्द ही कराची से पोलैंड भेजने की उम्मीद है।
मौका परस्त पाकिस्तान
हालांकि यह यूक्रेन को हथियारों के पूरक के बदले में एकतरफा लेनदेन नहीं है। पाकिस्तान ने यूक्रेनी ज्वाइंट स्टॉक कंपनी (JSC) ‘मोटर सिच’ से Zaporizhzhia में मुख्यालय से Mi-17 हेलीकॉप्टरों में इस्तेमाल होने वाले “TV3-117VM इंजन” की सेवा और मरम्मत के लिए यूक्रेन की मदद मांगी है। जियो-पॉलिटिक के अनुसार, यह कंपनी विमान के इंजनों के साथ-साथ औद्योगिक समुद्री गैस टर्बाइनों के उत्पादन में शामिल रही है।
तीन दशक पुराने पाक-यूक्रेन के संबंध
पाकिस्तान और यूक्रेन के सैन्य संबंध लगभग तीन दशक पुराने हैं। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के आंकड़ों के अनुसार, यूक्रेन ने 2020 तक पाकिस्तान को लगभग 1.6 बिलियन अमरीकी डालर के हथियारों की आपूर्ति की है। 1990 के दशक में, यूक्रेन ने 600 मिलियन अमरीकी डालर के सौदे के लिए पाकिस्तान को 320 T-84UD टैंकों की आपूर्ति की थी।