धामी सरकार कठोर नकल विरोधी कानून बना रही, जानें क्या –

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में नकल में पकड़े जाने अभ्यर्थी अगले दस साल तक कोई परीक्षा नहीं दे सकेंगे। राज्य सरकार ऐसा कठोर नकल विरोधी कानून बना रही है। सीएम धामी ने एक सवाल के जबाव में कहा कि किसी को कोई संशय नहीं होना चाहिए।

मंत्रिमंडल ने भर्ती परीक्षाओं में नकल पर लगाम लगाने के लिए देश का सबसे कठोर कानून बनाने का निर्णय लिया। चाहे नकल करते पकड़ा गया हो या फिर पैन ड्राइव व पेपर सेट करते जिन लोगों की संलिप्त पाई जाएगी, उनकी संपूर्ण संपत्ति भी जब्त की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा बिल्कुल स्पष्ट है कि किसी भी भर्ती परीक्षा में नकल न हो।

सरकार एक फीसदी ही नहीं बल्कि 001 फीसदी तक भी समझौता नहीं करने वाली है। परीक्षाएं बिल्कुल पारदर्शी तरह से होनी चाहिए। जितनी भी पुरानी गंदगी है, अभी पहले उसे साफ करना चाहते हैं और फिर एक नया अध्याय की शुरूआत होगी। 

जोशीमठ पर राजनीति न करने की दी नसीहत: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के जोशीमठ के प्रस्तावित दौरे के सवाल पर सीएम धामी ने कहा कि आना- जाना अलग विषय है। जोशीमठ की घटना को लेकर देश भर से उत्तराखंड आने वाले लोगों में संदेह की स्थिति न हो, ऐसा सभी जिम्मेदार लोगों को करना चाहिए। मैं बार-बार कह रहा हूं कि जोशीमठ में 70 फीसदी जनजीवन सामान्य है। 

यात्राकाल लोगों की आजीविका का भी एक बड़ा साधन है। ये जरूर ध्यान रखें कि राजनीति और अन्य चीजें करते समय जाने-अनजाने में कहीं उत्तराखंड के लोगों का अहित न हो जाए। जोशीमठ को लेकर सीएम ने कहा कि वहां आठ केंद्रीय संस्थानों के एक्सपर्ट काम कर रहे हैं, जैसे ही उनकी रिपोर्ट मिलेगी, तो लोगों के पुनर्वास पर ठोस काम शुरू किया जाएगा।

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