उत्तराखंड में पूर्व सैनिकों और शहीद मेजर चित्रेश के पिता ने पीओके में की गई सर्जिकल एयर स्ट्राइक के कदम कोसही बताया
आजादी से लेकर अब तक की लड़ाई में वीर भूमि उत्तराखंड के जवानों की वीरता का लोहा सभी ने माना है। हाल ही में पुलवामा में हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के चार वीरों ने शहादत दी। अब भारतीय वायुसेना की जवाबी कार्रवाई एयर स्ट्राइक से उत्तराखंड में जश्न का माहौल है। खुशी में लोग सड़कों में निकले आतीशबाजी की और तिरंगा लहराया। शहीदों के पिता के इस कार्रवाई को सही बताया। शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के पिता एसएस बिष्ट ने कहा कि इसे जारी रखना चाहिए।
इस कार्रवाई संतुष्ट हैं हम : शहीद के पिता
देहरादून के शहीद मेजर चित्रेश के पिता एसएस बिष्ट ने कहा कि इस कार्रवाई से हम संतुष्ट हैं, लकिन यह कार्रवाई बहुत पहले होनी चाहिए थी। यह कार्रवाई जब 40 जवान हमारे एक साथ गुब्बारे की तरह उड़ गए, उसी दिन हो जानी चाहिए थी। इस कार्रवाई में देरी हुई है और आज हमें फक्र है कि हमारे वायु सेना वहां जो भी कार्रवाई की है वह रुकनी नहीं चाहिए। यह कार्रवाई नहीं रुकनी चाहिए। पाकिस्तानी आर्मी के खिलाफ सख्त से सख्त से कार्रवाई होनी चाहिए। अगर एक कार्रवाई हो गई हम बैठ गए तो उससे उन्हें कुछ नहीं होने वाला।
वायुसेना की कार्रवाई के बाद बेचैन दिल को मिला कुछ सुकून
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद वीरेंद्र सिंह राणा के पिता दीवान सिंह का कहना है कि टीवी में समाचार सुना तो पता चला कि पाकिस्तान के आतंकियों पर वायु सेना के फाइटर जहाजों ने बम गिराया है। इस हमले की खबर सुनने के बाद से बेचैन दिल को कुछ सुकून मिला है। मैं चाहता हूं कि ऐसी बमबारी हो कि दुश्मन कभी पीठ पीछे वार करने की सोचें भी तो कांप उठे। मेरे शहीद बेटे का बदला पूरा करने के लिए सेना को सेल्यूट करता हूूं।
भारतीय लोकतंत्र आतंकवाद के खिलाफ नरमी नहीं बरतेगा
कारगिल जंग में भारतीय सेना के डिप्टी ऑपरेशनल कमांडर व रिटायर मेजर जनरल एमसी भंडारी का कहना है कि भारतीय सेना ने 1999 में कारगिल जंग में मिराज-2000 विमानों की बमबारी कर सबसे ऊंची चोटी टाइगर हिल पर अवैध रूप से कब्जा जमाए आतंकियों को नेस्तनाबूद किया था। मिराज विमानों से लेजर गाइडेड बम म्युनिशन गिराए गए थे। कारगिल जंग के दौरान ये बम इजरायल से खरीदे गए थे।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद समेत अन्य इलाकों में तड़के की गई एयर स्ट्राइक के माध्यम से सेना ने साफ कर दिया है कि भारतीय लोकतंत्र आतंकवाद के खिलाफ नरमी नहीं बरतेगा। साथ ही पूरी दुनिया को भारत ने इस कार्रवाई के माध्यम से यह भी संदेश दिया है कि पाकिस्तान और आतंकवाद वैश्विक शांति के लिए खतरा है।
पाकिस्तान बिना ठोस कार्रवाई के मानने वाला नहीं
पिथौरागढ़ निवासी सेवानिवृत कर्नल एसपी गुलेरियां ने वायुसेना की कार्यवाही को उचित ठहराया है। उन्होंने कहा कि यह कार्यवाही जरूरी थी। पाकिस्तान बिना ठोस कार्रवाई के मानने वालो में नहीं है। वह तो कहते है कि सर्जिकल स्ट्राइक ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान पर युद्ध भी कर सबक सिखाना चाहिए। भारतीय सेना सक्षम है।
एयर स्ट्राइक से दुश्मन का अधिक नुकसान किया
ब्रिगेडियर वीएसएम पीएस बोरा का कहना है कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन कर कोई स्ट्राइक नहीं की है। पीओके को भारत समेत पूरी दुनियां विवादित क्षेत्र मानती रही है। भारतीय सेना की इस एयर स्ट्राइक से दुश्मन का पिछली बार की सर्जिकल स्ट्राइक से अधिक नुकसान किया है। कारगिल जंग में जम्मू कश्मीर में तैनात रहे ब्रिगेडियर बोरा इंटेलिजेंस के इनपुट के बाद यह कार्रवाई की गई है। सेना की खुफिया विंग में रहे बोरा के अनुसार पीओके में पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकियों के लांच पैड हैं। पाकिस्तानी सेना आतंकियों को सीमा पर फायरिंग कर या मौका देखकर कश्मीर में भेजती रही है। उनके अनुसार मौजूदा समय मे ऑल आउट वार नहीं हो सकता। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ हर मोर्चे पर जंग छेड़ी है। नदियों का पानी रोका गया है। पूरी दुनियां में पाकिस्तान को अलग थलग किया जा रहा है।
पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया जो पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल बने
सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर नवीनचन्द्र पोखरियाल का कहना है कि भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान के आतंकी अड्डों पर वायुसेना के हमले पर हम सभी पूर्व सैनिक अपने आपको गौर्वान्वित महसूस कर रहे हैं। हमारी सरकार से यही प्रार्थना है कि हमें भी इस पावन अवसर पर युद्ध करने का अवसर दिया जाए, ताकि पाकिस्तान को एक ऐसा सबक सिखाया जा सके जो पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल बनकर रह सके। साथ ही हमारे देश में रह रहे गद्दारों, देश विरोधी नारे लगाने वालों, पाकिस्तान परस्त लोगों को जेल में ठूंसने की कार्रवाई भी तत्काल किए जाने की आवश्यकता है।
देश ने जो कदम उठाया है, वह सराहनीय है
सेवानिवृत्त मेजर बीएस रौतेला ने कहा कि देश ने जो कदम उठाया है सराहनीय है। इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व को भी नई पहचान मिली है। उन्होंने दुनिया को दिखाया है कि भारत आतंक के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने को तत्पर है। जिस तरह से यह कार्रवाई हुई है इसे साफ है कि भारत पाकिस्तान का दुश्मन नहीं बल्कि आतंकियों का दुश्मन है। और आतंकवादी ठिकानों को नेस्तनाबूद करने का जो काम किया है , इससे देश को मजबूती मिलेगी।