बाहर निकलते समय अपनाएं टिप्स, तेज़ धुप बन सकती हैं स्किन कैंसर का कारण,

धूप के तेवर आप समझ ही गए हैं कि किस कदर से आपको नुकसान पहुंचा सकती है. धुप में मौजूद विटामिन डी जहां सेहत के लिए बहुत जरूरी है वहीं गर्मियों की दोपहर की तीखी धूप त्‍वचा के लिए खतरनाक साबित हो सकती है. जी हाँ, स्किन के लिए ये धुप कितनी खतरनाक है इसके बारे में हम बताने जा रहे हैं. वहीं विशेषज्ञों की मानें तो सीधे धूप के संपर्क में ज्‍यादा देर रहने से त्‍वचा कैंसर का खतरा भी हो सकता है. पर घबराएं नहीं इससे बचने के लिए कुछ उपाय हैं, जिन्‍हें आपको गर्मियों में अपनाना चाहिए. जानें उन उपायों को.

बचें अल्ट्रावॉयलेट किरणों  से 

त्वचा का कैंसर, कैंसर के सभी प्रकारों में सबसे आम है. सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट किरणों का त्वचा पर प्रभाव, त्वचा के कैंसर का एक प्रमुख कारण है. त्वचा कैंसर से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है. बता दें, त्वचा का कैंसर केवल त्वचा तक ही सीमित नहीं होता. ऑक्युलर स्किन कैंसर नामक बीमारी आंखों से ही शुरु होती है. यह कैंसर का एक प्रकार है, इससे बचने के लिए आपको सूर्य की किरणों से अपनी आंखों को सुरक्ष‍ित रखना जरूरी है. 

दोपहर की धूप है ज्‍यादा खतरनाक 

दोपहर के समय सूर्य ये निकलने वाली यूवी किरणें सबसे ज्यादा हानिकारक और प्रभावशाली होती हैं. इस समय अगर घर से बाहर निकल रहे हैं, तो अपनी त्वचा को खास तौर से बचाकर निकलें.

सांवला रंग है फायदेमंद 

सांवला या गेहुंआ रंग लिए हुए लोग त्वचा के कैंसर के शिकार कम होते हैं. लेकिन अत्यधिक गोरी त्वचा पर कैंसर का खतरा अधिक होता है. अगर आपका रंग अत्यधिक गोरा है, तो आपको अपनी त्वचा का विशेष ध्यान रखना होगा.

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