इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर उतरा ह्यूमनॉएड रोबोट, अंतरिक्ष यात्रियों की करेगा मदद
रूस के पहले रोबोट को लेकर रवाना हुआ सोयूज अंतरिक्षयान (Russian Soyuz Spacecraft) सोमवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Station) पर उतर गया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई ह्यूमनॉएड रोबोट, आइएसएस पर गया है।
नासा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सोयूज अंतरिक्षयान (Russian Soyuz Spacecraft) आइएसएस पर सफलतापूर्वक उतर गया है। फेडोर नामक यह रोबोट दस दिनों तक आइएसएस पर रहेगा और अंतरिक्ष यात्रियों की मदद करना सीखेगा। रूस ने धरती की परिक्रमा कर रहे कृत्रिम उपग्रह आइएसएस पर पहली बार रोबोट भेजा है।
पिछले हफ्ते नहीं उतार पाए थे
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते शनिवार को ही आइएसएस पर उतारा जाना था, लेकिन इसके स्वचालित प्रणाली में आई गड़बड़ी के कारण यह यान आइएसएस पर उतरने में विफल रहा। आइएसएस पर सोयूज के उतरने का सजीव प्रसारण किया जा रहा है। यान इस दौरान आइएसएस से 96 मीटर दूर था।
आपातकालीन बचाव प्रणाली की जांच के लिए भेजा गया
फेडोर नामक रोबोट को लेकर सोयूज एमएस-14 अंतरिक्ष यान गुरुवार सुबह कजाखस्तान के बैकानूर अंतरिक्ष केंद्र से आइएसएस के लिए रवाना हुआ था। इसे शनिवार को आइएसएस पर पहुंचना था। सोयूज आमतौर पर अंतरिक्षयात्रियों को लेकर आइएसएस पर जाता है, लेकिन इस बार आपातकालीन बचाव प्रणाली की जांच के लिए इसे मानवरहित रवाना किया गया है।
पायलट सीट पर रोबोट फेडोर को बैठाया गया है
सोयूज की पायलट सीट पर रोबोट फेडोर को बैठाया गया है। उसके हाथ में रूस का एक छोटा झंडा भी है। इस रोबोट की लंबाई पांच फीट 11 इंच है और इसका वजन 160 किलोग्राम है। यह रोबोट दस दिनों तक आइएसएस पर रहेगा और अंतरिक्ष यात्रियों की मदद करना सीखेगा।
फेडोर का ट्विटर अकाउंट भी
फेडोर का अपना इंस्टाग्राम और ट्विटर अकाउंट भी है। इन पर बताया गया है कि वह पानी की बोतल खोलने जैसे नए हुनर सीख रहा है।
नए कौशल का होगा परीक्षण
स्पेस स्टेशन पर फेडोर रोबोट निम्न गुरुत्वाकर्षण में नए कौशल का परीक्षण करेगा। यह रोबोट इंसानी गतिविधियों की नकल भी करता है।
पहले भी अंतरिक्ष में भेजे गए रोबोट
अंतरिक्ष में जाने वाला फेडोर पहला रोबोट नहीं है। इससे पहले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 2011 में रोबोनॉट 2 को अंतरिक्ष में भेजा था। 2013 में जापान ने किरोबो नामक एक छोटा रोबोट आइएसएस पर भेजा था। इसे जापान के पहले अंतरिक्ष यात्री अपने साथ लेकर गए थे।