सरकारी स्‍कूल देश में बनेंगे नजीर, सोलर उर्जा से करेंगे कमाई

सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार स्कूलों में सोलर पैनल लगाने जा रही है। खास बात यह है कि इसके लिए स्कूलों को एक भी पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा। दिल्ली सरकार के 1028 स्कूल 550 इमारतों में चलाए जा रहे हैं। इसमें से तमाम ऐसे स्कूल हैं जिनके पास लंबी छत हैं। दिल्ली सरकार के ऊर्जा विभाग द्वारा कराए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि इसमें से कई स्कूलों में लगाए जाने वाले सोलर पैनल से इतनी बिजली उत्पन्न होगी कि स्कूल इसे बेच सकेंगे।

2020 तक बदल जाएगी सूरत
स्कूल इस बिजली को डिस्कॉम को बेच सकेंगे। अब तक दिल्ली सरकार के 80 स्कूलों में सोलर पैनल लग चुके हैं। 31 दिसंबर तक 300 स्कूलों में यह काम पूरा करने का लक्ष्य है। 31 मार्च 2020 तक सभी स्कूलों में सोलर पैनल लगा दिए जाएंगे।

कंपनी खर्च के साथ बढ़ाएंगी स्‍कूलों की आय
इन स्कूलों में निर्धारित कंपनियों द्वारा यह काम पूरा किया जाएगा। कंपनियां अपना खर्च भी निकालेंगी और स्कूलों को भी आय होगी। उदाहरण के लिए यदि किसी स्कूल का बिजली का बिल 20 हजार रुपये का आता है तो स्कूल को उस कंपनी को 20 हजार का भुगतान करना होगा। मगर इसके अलावा जो भी बिजली बचेगी उसका पैसा स्कूल को मिलेगा। अगर बिजली के बिल का भुगतान करने के बाद 30 या 35 हजार रुपये की बिजली स्कूल बेच लेता है तो उसे इससे आय भी होगी।

नगर निगम के स्कूलों में भी लग रहे हैं सोलर पैनल
नगर निगम उत्तरी के सभी स्कूलों में सोलर पैनल लगाने की योजना है। नगर निगम उत्तरी में 200 स्कूलों में छतों पर सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। जिसके जरिये सौर ऊर्जा से बिजली पैदा होगी और उस बिजली का इस्तेमाल तमाम स्कूलों में किया जाएगा। इस नगर निगम में हर स्कूल का करीब 6000 बिजली का बिल हर महीने आता है इन पैनलों के जरिये उसकी बचत होगी। इसी तरह नगर निगम दक्षिणी और नगर निगम पूर्वी में भी सभी स्कूलों में भी सोलर पैनल लगाए जाएंगे।

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