भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पुरुष शिक्षकों की संख्या महिला शिक्षकों से ज्यादा

भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पुरुष शिक्षकों की संख्या महिला शिक्षकों से ज्यादा है। एक सर्वे के अनुसार, भारत में उच्च शिक्षा के कुल 14.16 लाख शिक्षकों में 57.85 प्रतिशत पुरुष और 42.15 प्रतिशत महिलाएं हैं। महिला और पुरुष शिक्षकों का यह अनुपात बिहार में सबसे खराब है यहां चार पुरुष शिक्षकों पर एक महिला शिक्षक है। इस सर्वे में लिंगानुपात के साथ ही शिक्षकों को सामाजिक, धार्मिक और पदों के हिसाब से भी वर्गीकृत किया गया है। देश की उच्च शिक्षा पर किए गए अखिल भारतीय सर्वेक्षण 2018-19 के अनुसार, देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की संख्या 2018-19 में 14,16,299 है। 

महिला और पुरुष शिक्षकों का अनुपात

14.16 लाख शिक्षकों में से 57.85 फीसद पुरुष और 42.15 फीसद महिलाएं हैं। महिला और पुरुष शिक्षकों का सबसे खराब अनुपात (1:4) बिहार में है। यहां 79 फीसद पुरुष शिक्षक हैं तो मात्र 21 फीसद महिला शिक्षक। इसके बाद झारखंड का नंबर आता है। यहां 70 फीसद पुरुष तो 30 फीसद महिला शिक्षक हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश है, जहां कुल शिक्षकों के एक तिहाई से कम महिला शिक्षक हैं।

शिक्षकों में एससी और एसटी का अनुपात

कुछ ऐसे राज्य भी हैं जैसे- केरल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, मेघालय, नगालैंड, दिल्ली और गोवा जहां महिला शिक्षकों की संख्या पुरुष शिक्षकों से अधिक है। जाति और धर्म के हिसाब से देखें तो भारत में सामान्य वर्ग के शिक्षक कुल शिक्षकों के 56.7 फीसद हैं। ओबीसी 32.1 फीसद, एससी के 8.8 तो एसटी के 2.4 फीसद हैं। मुस्लिम अल्पसंख्यक समूह के 5.4 फीसद शिक्षक तो अन्य अल्पसंख्यक समूहों के 9.2 प्रतिशत हैं। शिक्षकों में सबसे अधिक एससी और एसटी के अनुपात वाले राज्य आंध्र प्रदेश (13.83 प्रतिशत एससी और 1.6 प्रतिशत एसटी), महाराष्ट्र (11.39 प्रतिशत एससी और 1.52 प्रतिशत एसटी) और तेलंगाना (11.17 प्रतिशत एससी और 3.5 प्रतिशत एसटी) हैं।

कुल मिलाकर बात करें तो देश में 100 पुरुष शिक्षकों पर 73 महिला शिक्षक हैं। एससी में 100 में 57 का अनुपात तो एसटी और ओबीसी में 100 में 68 का अनुपात है। मुस्लिमों में प्रति 100 पुरुष शिक्षकों पर 57 महिला शिक्षक हैं। वहीं, अन्य अल्पसंख्यकों में महिलाएं 151:100 के अनुपात में पुरुष शिक्षकों को पछाड़ देती हैं।

वरिष्ठ पदों पर महिलाएं पुरुष शिक्षकों से आगे

पद के मामले में देखें तो वरिष्ठ पदों पर पुरुष महिला शिक्षकों को पछाड़ते हैं। वहीं, ट्यूटरों के मामले में महिलाएं आगे हैं। प्रति 100 पुरुष ट्यूटरों में 190 महिलाएं हैं, यानी कि लगभग दोगुना। अस्थाई शिक्षकों के मामले में पुरुष और महिला शिक्षकों का अनुपात लगभग बराबर है। यहां प्रति 100 पुरुष शिक्षकों में 98 महिलाएं हैं।

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