हांगकांग और मोदी से वार्ता पर चर्चा करेगी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी सोमवार को हांगकांग के मसले पर चर्चा करेगी। चर्चा में हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक आंदोलन से निपटने के तरीके पर चर्चा होगी, मंथन होगा कि पांच महीने में क्यों नहीं उसे काबू किया जा सका। इसके अतिरिक्त देश में आर्थिक मंदी के हालात और ट्रेड वार के खात्मे के लिए अमेरिका के साथ समझौते पर भी चर्चा होगी। सूत्रों के अनुसार पार्टी में राष्ट्रपति शी चिनफिंग की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक वार्ता और उसके निष्कर्ष पर भी चर्चा हो सकती है।
कम्युनिस्ट पार्टी के सर्वोच्च 25 सदस्यीय पोलिटिकल ब्यूरो ने गुरुवार को 28 से 31 अक्टूबर तक पार्टी का चौथा पूर्ण सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया। पोलिटिकल ब्यूरो की अध्यक्षता राष्ट्रपति चिनफिंग ने की, जो पार्टी पर उनकी मजबूत पकड़ बने होने का सुबूत है।
उनके पास संगठन का सर्वोच्च महासचिव का पद है, साथ ही चिनफिंग सेना के भी मुखिया हैं। इस प्रकार से चिनफिंग चीन में माओ त्से तुंग के बाद सबसे ज्यादा शक्तिशाली नेता के तौर पर उभरे हैं। 2012 के बाद पार्टी और सरकार में चिनफिंग का प्रभाव लगातार बढ़ा है। 2018 में पार्टी ने उन्हें पांच साल के लिए दूसरी बार राष्ट्रपति के पद पर चुना। उनके लिए अधिकतम दो बार राष्ट्रपति बनने का नियम खत्म कर दिया गया है। चिनफिंग अब पूरे जीवनकाल तक राष्ट्रपति बने रह सकते हैं।
पूर्ण सत्र में पार्टी की सेंट्रल कमेटी के 370 सदस्य सभागार में दरवाजे बंद कर निर्धारित कार्यसूची पर विचार करते हैं। पूर्ण सत्र की आखिरी बैठक फरवरी 2018 में हुई थी।