डे-नाइट टेस्ट के लिए गांगुली ने इस कंपनी को दिया 60 गेंद बनाने का ऑर्डर
कोलकाता का ईडन गार्डेस स्टेडियम ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। दोनों ही टीम के खिलाड़ियों ने अभी तक डे-नाइट टेस्ट नहीं खेला है। ऐसे में इस डे-नाइट टेस्ट में एसजी कंपनी की गेंद दोनों टीमों के खिलाड़ियों की असल परीक्षा लेगी। बीसीसीआई ने कंपनी को 10 दिनों के भीतर ही 60 गेंद उपलब्ध कराने का निर्देश दे दिया है।
10 दिन में 60 गेंद का ऑर्डर
ऐसा पहली बार होगा जब डे-नाइट टेस्ट में एसजी गेंद का इस्तेमाल होगा। अब तक हुए सभी 11 डे-नाइट टेस्ट कूकाबुरा और ड्यूक गेंद से खेले गए हैं। एसजी कंपनी के निदेशक पारस आनंद ने सहयोगी प्रकाशन दैनिक जागरण को बताया कि मंगलवार शाम को बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कोलकाता में डे-नाइट टेस्ट मैच आयोजित होने की जानकारी दी। उसके कुछ देर बाद ही बीसीसीआई की ओर से हमारे पास 10 दिनों के भीतर 60 गेंद तैयार कराने का ऑर्डर आ गया था।
खास चमक हल करेगी समस्या
पारस ने आगे बताया कि गुलाबी गेंद में अब तक यह समस्या आती रही है कि यह 20 से 25 ओवर बाद ही चमक खो देती थी और फ्लड लाइट में खिलाड़ियों को गेंद को देखने में मुश्किलों का सामना करना प़़डता था, लेकिन हमारी कंपनी इस समस्या पर ही काम करेगी। हम ऐसी गेंद तैयार करेंगे जो 80 ओवर तक भी अपनी चमक नहीं खोएगी। हम बीसीसीआई को इसके लिए पूरी तरह से आश्वस्त करेंगे।
खिलाड़ियों को किया है संतुष्ट
पिछले वर्ष विराट कोहली समेत कई खिलाड़ियों ने एसजी गेंद की क्वालिटी पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद से कंपनी ने अपनी गेंद में सुधार किया है। पारस ने कहा कि पिछले वर्ष खिलाड़ियों को कुछ समस्या हुई थी। कंपनी ने इस पर काम किया। आप इस सत्र में अगर देखें तो अब 50 ओवर बाद तेज गेंदबाज विकेट निकाल रहे हैं। चौथे और पांचवें दिन मोहम्मद शमी और उमेश यादव जैसे तेज गेंदबाज स्पिन के मुफीद हो चुकी पिच पर विकेट निकाल रहे थे। बीसीसीआई सूत्रों की मानें तो गांगुली ने एक टीम बनाई है, जो कंपनी के साथ तालमेल बनाए रखेगी।
एसजी गेंद ही प्राथमिकता
गांगुली ने भी एसजी गेंद के इस्तेमाल को लेकर कहा कि डे-नाइट टेस्ट में इसी गेंद का इस्तेमाल किया जाएगा, क्योंकि पहला टेस्ट एसजी से ही होगा। एक सीरीज में दो गेंद का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। ऐसे में हमने एसजी को चुना।