हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में संस्कृत शाखा के गठन की प्रक्रिया कर ली गई पूरी

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में संस्कृत शाखा के गठन की प्रक्रिया बुधवार को पूरी कर ली गई है। शिक्षा सत्र 2020-21 से अब संस्कृत गुरुकुल, महाविद्यालयों द्वारा संचालित की जा रही है विशारद व प्राज्ञ की परीक्षाएं हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड लेगा। इसी को लेकर बुधवार को हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डा. सोमेश्वर दत्त, शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा. जगबीर सिंह व सचिव राजीव प्रसाद ने संस्कृत पढ़ाने वाले गुरुकुलों, संस्कृत विद्वानों व बोर्ड अधिकारियों की बैठक आयोजित कर संस्कृत शाखा के संचालन की तैयारियों को अमलीजामा पहनाया।

हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डा. सोमेश्वर दत ने दैनिक जागरण से विशेष भेंट वार्ता की। उन्होंने बताया कि भिवानी बोर्ड में संस्कृत शाखा के गठन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। संस्कृत के पाठ्यक्रम को फाइनल करने को लेकर प्रारूप तैयार कर लिया गया है। आने वाले शिक्षा सत्र में विशारद व प्राज्ञ का क्या सिलेबस होगा और परीक्षा का क्या पैटर्न होगा, इन तमाम मुद्दों पर गहन विचार विमर्श किया गया है।

बैठक में भिवानी प्रणामी संस्कृत महाविद्यालय की ओर से मुरलीधर शास्त्री, गुरुकुल झज्जर के आचार्य, संस्कृत महाविद्यालय पांडुङ्क्षपडारा से राजेश स्वरूप ने भाग लिया। संस्कृत भारती से भी विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है। अभी तक विशारद व प्राज्ञ की परीक्षाएं एमडी, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय व अन्य विश्वविद्यालयों द्वारा ली जाती रही हैं। इससे कक्षाओं में एकरूपता भी नहीं थी, लेकिन शिक्षा बोर्ड में संस्कृत शाखा के गठन से कक्षाओं में एकरूपता भी होगी।

इन कक्षाओं की शुरू होगी परीक्षाएं

विशारद प्रथम व द्वितीय वर्ष( ग्यारहवीं व बारहवीं)

प्राज्ञ  (नौवीं व दसवीं)

2008-14 तक के वंचित छात्रों को छात्रवृत्ति आवेदन का एक और मौका

भिवानी : केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा वर्ष 2008 से 2014 तक के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति आवेदन फार्म भरने का एक सुनहरा अवसर मिला है।

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संचालित सेंट्रल सेक्टर स्कीम ऑफ स्कॉलरशिप फॉर कॉलेज एंड यूनिवर्सिटी स्टूडेंट में जिन छात्र-छात्राओं का वर्ष-2008 से 2014 में चयन हुआ था, उनको मंत्रालय से फ्रेश छात्रवृति प्राप्त हुई है। ऐसे छात्र/छात्राएं पढ़ाई के दौरान किसी कारणवश प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ रिन्यूवल का छात्रवृति आवेदन फार्म समय पर बोर्ड कार्यालय में जमा नहीं करवा पाए। अब उन्हें छात्रवृति आवेदन फार्म भरने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया गया है।

उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 2008 से 2012 तक के छात्र-छात्राएं 29 फरवरी तक और वर्ष 2013-14 के छात्र-छात्राएं 31 मार्च तक छात्रवृति आवेदन फार्म ऑफलाइन भरकर बोर्ड कार्यालय में निर्धारित तिथि में जमा करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रवृति आवेदन फार्म बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

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