दिल्ली पुलिस ने राजधानी पब्लिक स्कूल के मैनेजर को लिया हिरासत में, छत से बरामद हुए थे तबाही के सामान
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजधानी पब्लिक स्कूल के मैनेजर फैजल फारुख को हिरासत में लिया है। राजधानी पब्लिक स्कूल की छत से बड़ी गुलेल, पत्थर, तेजाब के पाउच बरामद किए गए थे। बताया जा रहा है कि फैजल फारुख को पुलिस ने शनिवार रात से ही हिरासत में लिया है।
उधर, फैजल फारुख के परिजनों ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर उन्हें निर्दोष बताया। पिता फारुख ने कहा कि राजधानी स्कूल पर उपद्रवियों ने कब्जा कर लिया था। आरोप है कि घटना के दौरान मामले की जानकारी पुलिस को भी दी गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
पब्लिक स्कूल के मैनेजर के परिजनों का कहना है कि 12 मार्च से बच्चों की परीक्षा है। लेकिन इससे पहले ही स्कूल को सील कर दिया गया है। उन्होंने सील हटाने या वैकल्पिक जगह देने की मांग भी की है। ताकि छात्र परीक्षा दे सकें।
उपद्रवियों ने स्कूल पर कर लिया था कब्जा
स्कूल के मैनेजर फैजल के पिता का कहना है कि 24 फरवरी को जब हिंसा शुरू हुई थी तब स्कूल प्रशासन ने बड़ी मुश्किल से कर्मचारियों और बच्चों को निकाला गया था। इसके बाद उपद्रवी सुरक्षा गार्ड से मारपीट कर स्कूल पर कब्जा कर लिए थे। फैजल के पिता ने बताया कि स्कूल 30 साल से चल रहा है। स्कूल में 123 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। पुलिस को सीसीटीवी की फुटेज मुहैया करा दी गई है। अगर कोई स्कूल का कर्मचारी हिंसा में शामिल हुआ है तो उसे सजा दी जाए।
ताहिर के मददगार मैनेजर सहित तीन धरे
इससे पहले आप के निलंबित निगम पार्षद ताहिर हुसैन से पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच की एसआइटी ने उसकी कासना स्थित फैक्ट्री के मैनेजर तारिक रिजवी सहित तीन लोगों को और गिरफ्तार किया है। तारिक पर हिंसा के बाद ताहिर को शरण देने का आरोप है। जबकि गिरफ्तार दो अन्य आरोपित लियाकत व उसके बेटे रियासत पर हिंसा में शामिल होने का आरोप है। ये चांद बाग के रहने वाले हैं और तारिक के उकसावे पर उपद्रव किया था।
ताहिर पर मुकदमा दर्ज होने के बाद वह जाकिर नगर स्थित तारिक के घर में छिप गया था। वहीं दंगे के बाद ताहिर ने अपनी पिस्टल एक परिचित को दे दी थी। पूछताछ के बाद इसे भी बरामद कर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। फोरेंसिक एक्सपर्ट को जांच कर यह बताने को कहा गया है कि हिंसा के दौरान पिस्टल से कितने फायर किए गए । यदि फायरिंग की पुष्टि होती है तो दिल्ली पुलिस का लाइसेंसिंग विभाग लाइसेंस रद करने की कार्रवाई करेगा।