भारत और चीन की सेनाओं ने बढ़ाई सैन्य गतिविधि, चीन ने बढ़ाया क्षेत्र में निर्माण कार्य
भारत और चीन के फील्ड कमांडर लद्दाख के लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर गालवान नाला इलाके में जारी गतिरोध को सुलझाने के लिए बातचीत कर रहे हैं. उत्तरी लद्दाख के इस इलाके पर चीन अपना कब्जा जताना चाहता है.
सरकारी सूत्रों के मुताबिक इस इलाके में हो रहे भारतीय निर्माण कार्य पर चीन विरोध जता रहा है. भारत इस इलाके में लगातार निर्माण कर रहा है. चीनी एयरफोर्स के कुछ विमान भारतीय पेट्रोलिंग प्वाइंट के पास भी बीते दिनों में चक्कर काट चुके हैं.
भारतीय सेटेलाइट और खुफिया एजेंसियों ने इस बात का खुलासा किया है कि चीन ने भी नजदीकी इलाकों में कई सड़कों का निर्माण किया है. ये सभी सड़कें भारतीय पेट्रोलिंग प्वाइंट के बेहद नजदीक हैं. ये सड़कें भी गालवान नदी के पास हैं, जो श्योक नदी की सहायक नदी है.
गालवान सेक्टर में बढ़ी सैन्य गतिविधि
सूत्रों के मुताबिक दौलत बेग ओल्डी सेक्टर में 81 ब्रिगेड के अधिकारियों और उनके चीनी समकक्षों के बीच बैठकें हो रही हैं. दोनों ही सेनाओं ने इस इलाके में अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ा दी हैं.
दोनों तरफ बन रही हैं सड़कें
गालवान नाला क्षेत्र में लागतार निर्माण कार्य बढ़ने की वजह से दोनों देशों की सेनाओं में तल्खियां बढ़ी हैं. दोनों सेनाओं ने इस इलाके में सैन्य गतिविधि बढ़ा दी है. सूत्रों का दावा है कि पहले चीन ने इस इलाके में सड़कों का निर्माण किया, जिसके बाद भारतीय सेना ने इस इलाके में सैन्य गतिविधि बढ़ाई और एलएसी के पास सड़कों का निर्माण शुरू किया.
चीनी सेना की अवैध घुसपैठ
चीनी सेना के विमान इंडियन पेट्रोलिंग लाइन के नजदीक देखे गए हैं. गालवान क्षेत्र पर अब भारतीय सेना के उच्च अधिकारियों की भी नजर बनी हुई है. दोनों देशों के बीच जारी तनाव को कम करने की कोशिश की जा रही है.