कोरोना के खिलाफ जंग को मिलेगी रफ्तार, निजी अस्पताल में इलाज को मिली मंजूरी, जानिए रेट
सरकार ने राज्य के प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए रेट तय कर दिए हैं। अस्पतालों को इन्ही दरों पर मरीजों का इलाज करना होगा और ज्यादा कीमत वसूले जाने पर कार्रवाई होगी। स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी की ओर से इसके आदेश किए गए हैं। सरकार ने हाल में राज्य के प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों, एनएबीएच अस्पतालों और छोटे अस्पतालों को मरीजों के इलाज की इजाजत दी थी।
लेकिन इलाज के लिए दर तय नहीं थी। सरकार ने पहले किए गए आदेश में प्राइवेट अस्पतालों को न्यूनतम दरों पर इलाज के निर्देश दिए थे। लेकिन कई अस्पतालों में मनमानी दरों पर इलाज की शिकायतें मिल रही थी। अब सरकार ने सभी प्राइवेट अस्पतालों के लिए कोरोना मरीजों के इलाज की दर तय कर दी है।
आयुष्मान कार्ड पर निशुल्क मिलेगा इलाज
आयुष्मान योजना में संबद्ध अस्पतालों को 25 प्रतिशत बेड आयुष्मान योजना, अधिकारियों एवं सरकारी कर्मचारियों के लिए रिजर्व रखने होंगे। इन मरीजों का इलाज निशुल्क होगा और अस्पतालों को सीजीएचएस या आयुष्मान योजना की दरों के आधार पर भुगतान किया जाएगा। सरकार के इस फैसले से राज्य के उन गरीब लोगों को फायदा होगा जो प्राइवेट अस्पतालों का खर्चा नहीं उठा सकते। ऐसे में गरीब लोगों को आयुष्मान योजना में इलाज की सुविधा मिल जाएगी।
विनोद पाल समिति की सिफारिशों को माना
सरकार की ओर से कोरोना मरीजों के इलाज के लिए जो दर तय की गई है वह केंद्र सरकार द्वारा जून में गठित डॉ विनोद पाल समिति की सिफारिशों के आधार पर है। केंद्र ने देश में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद नीति आयोग के सदस्य डॉ विनोद पाल की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की थी। इस समिति की ओर से दरों को लेकर की गई सिफारिशों को अब राज्य में लागू किया गया है।
यह होगी इलाज की दर
सरकार की ओर से किए गए आदेश में कहा गया है कि नॉन एनएबीएच अस्पतालों में मध्यम श्रेणी के मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्टेड आईसोलेशन बेड में भर्ती करने पर एक दिन का शुल्क आठ हजार रुपये होगा। जिसमें 1200 रुपये पीपीई किट का मूल्य भी शामिल है। मध्यम श्रेणी के मरीज के एनएबीएच सर्टिफाइड अस्पताल के ऑक्सीजन सपोर्टेड आईसोलेशन बेड में भर्ती करने पर एक दिन का शुल्क 10 हजाार रुपये होगा।
जिसमें 1200 रुपये पीपीई किट का मूल्य भी शामिल है। गंभीर मरीज के नॉन एनएबीएच अस्पताल में आईसीयू में भर्ती करने पर एक दिन का शुल्क 13,000 रुपये होगा। जिसमें दो हजार रुपये पीपीई किट के होंगे। गंभीर मरीज के एनएबीएच अस्पताल में आईसीयू बेड में भर्ती होने पर एक दिन का शुल्क 15,000 रुपये होगा जिसमें दो हजार रुपये पीपीई किट के भी शामिल हैं।
क्रिटिकल मरीजों को नॉन एनएबीएच अस्पताल में वेंटीलेटर आईसीयू बेड में भर्ती करने पर 15,000 रुपये शुल्क होगा जिसमें दो हजार पीपीई किट के भी शामिल हैं। जबकि एनएबीएच अस्पताल के वेंटीलेटर युक्त आईसीयू में मरीज को भर्ती करने पर एक दिन का शुल्क 18,000 रुपये होगा, जिसमें दो हजार रुपये पीपीई किट के भी शमिल हैं।