गोमती तट पर बन रहे 28 किमी लंबे ग्रीन कॉरिडोर को अब आईआईएम चौराहे तक बढ़ाया जाएगा। अभी यह बसंतकुंज योजना तक सीमित है, लेकिन विस्तार के बाद एलडीए की नई आवासीय योजना नैमिष नगर भी इससे जुड़ जाएगी। इस पहल से दो लाख से अधिक लोगों को सीधा लाभ मिलने का अनुमान है। विस्तार का प्रस्ताव पांच दिसंबर को होने वाली एलडीए बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा।
एलडीए सीतापुर रोड पर 1804 एकड़ में नैमिष नगर विकसित कर रहा है। इसमें 18 गांवों भौली, लक्ष्मीपुर, पूरब गांव, पुरवा, सैरपुर, फरूखाबाद, कोड़री भौली, कमलापुर, पलहरी, गोपरामऊ, बारूमऊ, धतिंगरा, सैदापुर, पश्चिम गांव, धोबैला, उमरभारी और दुग्गौर की जमीन शामिल है। कमलाबाद, आवागमन सुगम बनाने के लिए योजना तक 24 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जा रही है, जिसका प्रस्ताव स्वीकृत हो चुका है। यह सड़क सीधे आईआईएम चौराहे से जुड़ रही है, इसलिए अब ग्रीन कॉरिडोर को भी आईआईएम चौराहे तक जोड़ने की कवायद शुरू हो गई है। विस्तार के बाद योजना से किसान पथ तक पहुंचना बेहद आसान होगा और यात्रा का समय आधे घंटे घट जाएगा।
2.50 किमी तक बढ़ेगी लंबाई
वर्तमान में बसंतकुंज से किसान पथ तक ग्रीन कॉरिडोर की लंबाई करीब 20 किमी है। इसे आईआईएम चौराहे से जोड़ने के लिए 2.50 किमी का अतिरिक्त विस्तार किया जाएगा।
इसके लिए कुछ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो रही है। प्रस्ताव बोर्ड बैठक में मंजूरी के लिए भेज दिया गया है।
इन इलाकों को सीधे फायदा
वसंतकुंज, दुबग्गा, पक्का पुल, डालीगंज, मेडिकल कॉलेज, लखनऊ विश्वविद्यालय, हनुमान सेतु, कैसरबाग, हजरतगंज, निशातगंज, अशोक मार्ग, समतामूलक चौक, गोमती नगर, 1090 चौराहा, शहीद पथ, इकाना स्टेडियम होते हुए किसान पथ तक आवागमन और आसान होगा।
चार फेज में निर्माण: ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण चार चरणों में चल रहा है
फेज-1: आईआईएम रोड से पक्का पुल तक (7 किमी) कार्य पूरा, आवागमन चालू।
फेज-2 पक्का पुल से पिपराघाट तक (9 किमी)
फेज-3: पिपराघाट से शहीद पथ तक (6 किमी)
फेज-4: शहीद पथ से किसान पथ तक (6 किमी)
पहला फेज, यानी बसंतकुंज से पक्का पुल तक का हिस्सा पूरा हो चुका है और ट्रैफिक चल रहा है।
ग्रीन कॉरिडोर योजना के प्रोजेक्ट मैनेजर एके सेंगर का कहना है कि ग्रीन कॉरिडोर का विस्तार प्रस्तावित है। इससे नैमिष नगर योजना सीधे कॉरिडोर से जुड़ेगी और लाखों लोगों के आवागमन में सुविधा होगी।

