हर घर तिरंगा’ अभियान के अंतर्गत गोल्डी सोलर गुजरात में 75000 तिरंगों को वितरित करेगी
हर घर तिरंगा
गुणवत्ता के प्रति सबसे अधिक जागरूक सोलर ब्रांड गोल्डी सोलर ने सोमवार को सरकार के ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के लिए अपना समर्थन देने की घोषणा की है, जिससे वह गुजरात में 75,000 राष्ट्रीय ध्वज वितरित करने वाली पहली कंपनी बन गई है।
गोल्डी सोलर की गतिविधि राज्य के कई शहरों को करेगी कवर
गोल्डी सोलर की यह गतिविधि अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, भावनगर, गांधीनगर और कुछ छोटे टियर-II और टियर-III शहरों सहित प्रमुख शहरों में घरों और कार्यालयों को कवर करेगी।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत अगस्त में तीन दिनों के लिए देश भर में 20 करोड़ से अधिक घरों में तिरंगा फहराया जाएगा।
तिरंगा भारतीयों के रूप में है हमारी पहचान
गोल्डी सोलर के संस्थापक और प्रबंध निदेशक कैप्टन ईश्वर ढोलकिया ने घोषणा को लेकर कहा, तिरंगा भारतीयों के रूप में हमारी पहचान का प्रतीक है। हमारा मानना है कि सरकार का ‘हर घर तिरंगा’ अभियान देशभक्ति की एक नई भावना की अनुमति देता है
उन्होंने कहा, गोल्डी सोलर मेड इन इंडिया है और हम इसे राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने की दिशा में एक छोटा सा योगदान मानते हैं और हमारे देश के लोगों में एकता की भावना का आह्वान करते हैं जिन्होंने गोल्डी को सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद की है।
दुधाला गांव को किया सोलराइज
गोल्डी सोलर के निदेशक भारत भुट ने कहा, गोल्डी सोलर वर्तमान में गुजरात में दो अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाएं संचालित करता है। हम छतों और उद्योग परिसरों पर भी सौर संयंत्र स्थापित करते हैं। गुजरात में हर तीसरी छत हमारे द्वारा सौर्य संचालित है। हम राज्य में स्थिरता, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, पशु कल्याण, महिला सशक्तिकरण और प्राकृतिक आपदाओं के क्षेत्रों में भी कई पहल करते हैं। हमने हाल ही में अमरेली के पास स्थित दुधाला नाम के एक पूरे गांव को सोलराइज किया है।
लगभग 350 घरों, आंगनवाड़ी और ग्राम पंचायतों को मिलेगी बिजली
गोल्डी सोलर की इस पहल से इस गांव में लगभग 350 घरों, आंगनवाड़ी और ग्राम पंचायत जैसे सार्वजनिक क्षेत्रों को बिजली दी जाएगी। जिसके लिए 450 किलोवाट सौर रूफटाप परियोजना का उपयोग किया जाएगा। इस योजना के पूरा होने के बाद यह पहला गांव होगा जो किसी फाउंडेशन द्वारा पूरी तरह से सौर पैनलों से संचालित होगा।