परमाणु हथियारों का मोह नहीं छोड़ेगा उत्तर कोरिया, अमेरिका के साथ बातचीत होगी बंद
उत्तर कोरिया से एक डराने वाली खबर है। उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दो बार किम जोंग उन से मुलाकार कर चुके हैं। हालांकि, दोनों देशों के बीच यह बातचीत किसी नतीजे तक नहीं पहुंची थी। अब उत्तर कोरिया से खबर है कि वह परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर अमेरिका से कोई बातचीत नहीं करेगा।
रूस की समाचार एजेंसी तास की खबर के मुताबिक उत्तर कोरिया के उप-विदेश मंत्री चो सोन हुई ने यह बात कही है। उत्तर कोरिया की तरफ से कहा गया है कि वह इस संबंध में अमेरिका की मांगों को मानने का इच्छुक नहीं है। तास के अनुसार उप-विदेश मंत्री ने उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही।
तास ने चो के हवाले से लिखा है कि उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन जल्द ही इस संबंध में आधिकारिक घोषणा कर सकते हैं।
वियतनाम में हुई ट्रंप और किम की मुलाकात
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की 28 फरवरी 2019 को हुई वार्ता से नतीजे की उम्मीद कर रही दुनिया को निराशा हाथ लगी। वियतनाम की राजधानी हनोई में जोर-शोर से शुरू हुई दो दिवसीय वार्ता के पहिए उत्तर कोरिया से प्रतिबंध हटाने की बात पर अटक गए। उत्तर कोरिया ने परमाणु ठिकानों पर कोई कदम उठाने से पहले अपने ऊपर लगे सभी प्रतिबंध हटाने का दबाव बनाया। हालांकि, ट्रंप ने भी कहा, ‘वे चाहते हैं कि प्रतिबंध पूरी तरह से हटा लिए जाएं। हम ऐसा नहीं कर सकते।’
अमेरिका का कहना था कि उत्तर कोरिया पर नियंत्रण के लिए प्रतिबंध बहुत जरूरी हैं। प्रतिबंध हटाने पर तभी विचार होगा, जब उत्तर कोरिया अपने परमाणु ठिकाने खत्म करेगा। हालांकि दोनों देशों ने भविष्य में बातचीत जारी रहने और किसी नतीजे पर पहुंचने की उम्मीद नहीं छोड़ी है।
सिंगापुर में हुई शिखर वार्ता
12 जून 2018 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाइ नेता किम जोंग उन के बीच हुई ऐतिहासिक शिखर वार्ता सफल साबित हुई थी। कभी अमेरिका को परमाणु युद्ध की धमकी देने वाला किम जोंग अब परमाणु हथियार छोड़ने के लिए राजी हो गया था। वहीं, ट्रंप ने कहा कि जल्द ही उत्तर कोरिया में परमाणु निरस्त्रीकरण की प्रक्रिया पर काम शुरू हो जाएगा। साझा दस्तावेज के मुताबिक अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच अब रिश्तों का नया अध्याय शुरू होगा। ऐसे की उम्मीद जताई जा रही थी कि ये नया रिश्ता कारगर साबित होगा।
जिस तरह सिंगापुर में पुरानी तल्खी भूलकर ट्रंप और किम मुस्कुराकर एक-दूसरे से गर्मजोशी से मिले, उसने उम्मीदें और बढ़ा दी थीं। वार्ता के बाद ट्रंप भी काफी उत्साहित होकर कहते नजर आए कि मुलाकात बहुत-बहुत अच्छी रही, वहीं किम भी ट्रंप से मिलकर काफी खुश नजर आए थे। बता दें कि दोनों नेताओं के बीच दो दौर की मुलाकात हुई थी।